दोस्तों ने विश्वासघात कर दबाया देवेंद्र का गला
घटना का राजफाश करने वाली पुलिस की मानें तो देवेंद्र की हत्या करने वाले कोई और नहीं उसके ही गांव में रहने वाले दो दोस्त रहे हैं। तीनों एक ही गांव में रहते थे इसलिए उनमें परिचय व दोस्ताना था। ललित व विक्की को देवेंद्र गांव के रास्ते में गुरुवार शाम करीब 7 बजे मिला था। श्मशान के निकट ललित विक्की और देवेंद्र के साथ बैठकर खाना-पीना करते हुए शराब का सेवन कर रहे थे। शराब पीने के दौरान ही दोनों का देवेंद्र से किसी बात पर विवाद हो गया। इसके बाद ललित और विक्की ने मिलकर देवेंद्र की गला दबाकर हत्या कर दी और फरार हो गए। शव को भी ठिकाने लगा दिया गया।
शामली, जागरण टीम। घटना का राजफाश करने वाली पुलिस की मानें तो देवेंद्र की हत्या करने वाले कोई और नहीं, उसके ही गांव में रहने वाले दो दोस्त रहे हैं। तीनों एक ही गांव में रहते थे, इसलिए उनमें परिचय व दोस्ताना था। ललित व विक्की को देवेंद्र गांव के रास्ते में गुरुवार शाम करीब 7 बजे मिला था। श्मशान के निकट ललित, विक्की और देवेंद्र के साथ बैठकर खाना-पीना करते हुए शराब का सेवन कर रहे थे। शराब पीने के दौरान ही दोनों का देवेंद्र से किसी बात पर विवाद हो गया। इसके बाद ललित और विक्की ने मिलकर देवेंद्र की गला दबाकर हत्या कर दी और फरार हो गए। शव को भी ठिकाने लगा दिया गया।
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अपहरण कर हत्या दर्शाने की कोशिश
पुलिस का कहना है कि ललिल व उसका साथी विक्की यूं तो ग्रामीण परिवेश में रहने वाले हैं, लेकिन उनका दिमाग बेहद शातिर है। दोनों ने पहले तो देवेंद्र के साथ शराब का सेवन किया, विवाद होने पर वह दोनों इतने बेदर्द बन गए कि उन्होंने अपने ही दोस्त की गला दबाकर हत्या कर दी। उनके हाथ अपने ही साथी की हत्या करते समय बिल्कुल नहीं कांपे। दोनों इतना शातिर हैं कि हत्या के बाद उन्हें पता था कि वह पकड़े जा सकते हैं तो उन्होंने साजिश रची और देवेंद्र के मोबाइल फोन से ही ललित ने उसके चचेरे भाई नीरज को फोन किया और पांच लाख की फिरौती मांगी। यहीं पर शातिर दोनों युवक चूक कर गए। मामला पुलिस में पहुंचने पर पुलिस ने स्वजन की मदद से आवाज की पहचान कराई तो मामला खुलता चला गया। दबिश के दौरान ललित अपने घर नहीं मिला।
शक पुख्ता होने पर पुलिस ने मशक्कत कर ललित को तलाशा, जो नशे की हालत में मिला। गिरफ्तार करने पर उसने जो जानकारी दी, उससे पुलिस में हड़कंप मच गया। उसने बताया कि फिरौती मांगने से पहले वह और विक्की, देवेंद्र की हत्या कर चुके थे। शव गोहरनी के जंगल में फेंका है। उसकी निशानदेही पर शव बरामद कर लिया।
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दो बेटियों के सिर से उठा पिता का साया
गढ़ी पुख्ता: गढ़ी पुख्ता मृतक देवेन्द्र की दो पुत्रियां हैं, एक मात्र 15 दिन व दूसरी बेटी की उम्र करीब 6 साल बताई गई। देवेन्द्र की मौत से पत्नी व स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों का कहना है कि देवेंद्र मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करता था। उसकी मौत से दोनों बेटियों के सिर से पिता का साया उठ गया है। देवेन्द्र के परिवार की आर्थिक स्थिति भी बेहद खराब है। अब परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट भी खडा हो गया है।
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पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद की मांग
सपा नेता एवं योजना आयोग के पूर्व सदस्य प्रो. सुधीर पंवार ने कहा कि पीड़ित पक्ष की आर्थिक हालत बेहद खराब है। प्रदेश सरकार को पीड़ित पक्ष की आर्थिक मदद करनी चाहिए। उन्होंने प्रकरण से सपा मुखिया अखिलेश यादव को भी अवगत कराया है। सपा मुखिया ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की हैं।