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सरकारी कोविड अस्पताल में शुरू हुए पांच वेंटीलेटर

तकनीशियन की नियुक्ति नहीं होने के बावजूद सरकारी कोविड अस्पताल में पांच वेंटीलेटर शुरू कर दिए गए हैं। निश्चेतक डा. जगमोहन की देखरेख में इनका संचालन होगा। मरीजों को कोई खतरा न हो इसलिए सेफ्टी मोड़ पर रखा गया है। हालांकि बहुत अधिक गंभीर हालत वाले मरीजों को मेडिकल कालेज सहारनपुर रेफर ही किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 May 2021 11:30 PM (IST)Updated: Sun, 16 May 2021 11:30 PM (IST)
सरकारी कोविड अस्पताल में शुरू हुए पांच वेंटीलेटर
सरकारी कोविड अस्पताल में शुरू हुए पांच वेंटीलेटर

जेएनएन, शामली। तकनीशियन की नियुक्ति नहीं होने के बावजूद सरकारी कोविड अस्पताल में पांच वेंटीलेटर शुरू कर दिए गए हैं। निश्चेतक डा. जगमोहन की देखरेख में इनका संचालन होगा। मरीजों को कोई खतरा न हो, इसलिए सेफ्टी मोड़ पर रखा गया है। हालांकि बहुत अधिक गंभीर हालत वाले मरीजों को मेडिकल कालेज सहारनपुर रेफर ही किया जा रहा है।

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जिला संयुक्त अस्पताल में गत सितंबर माह में 100-100 बेड का कोविड लेवल-1 और दो चिकित्सालय शुरू हुआ था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से वर्चुअल शुभारंभ किया था। 14 वेंटीलेटर की व्यवस्था भी की गई थी, लेकिन तब कोरोना का प्रकोप कम होने लगा था। जनवरी में स्थिति यह बनी थी कि एक भी मरीज भर्ती नहीं था। कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप शुरू होने पर मार्च में फिर से मरीज भर्ती होना शुरू हुए। अब सौ से अधिक मरीज भर्ती हैं और अधिकांश गंभीर हालत वाले हैं। वेंटीलेटर के लिए निश्चेतक की व्यवस्था तो हो गई, लेकिन बिना तकनीशियन संचालन नहीं हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग के पास तो विशेषज्ञ चिकित्सकों व स्टाफ का पहले ही टोटा है। संविदा पर तकनीशियन नियुक्ति करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन कोई खास फायदा नहीं हुआ है। एक ही आवेदन आया है। हालांकि उक्त की नियुक्ति हो गई है, लेकिन एक के भरोसे वेंटीलेटर चल नहीं सकते हैं। खैर, रविवार को निश्चेतक डा. जगमोहन ने पांच वेंटीलेटर चालू कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि गंगामृत अस्पताल से तकनीशियन बुलाए गए थे। कुछ तकनीकी दिक्कत थी, जो दूर हो गई हैं। दोनों तकनीशियन चले गए हैं। फिलहाल निश्चेतक के रूप में वही वेंटीलेटर का जिम्मा संभालेंगे। ऐसे मरीजों को वेंटीलेटर लगाया है, जिनमें आक्सीजन की खासी कमी है। सेफ्टी मोड़ पर वेंटीलेटर चलेंगे। इसलिए बहुत अधिक गंभीर स्थिति वाले मरीजों को फिलहाल वेंटीलेटर नहीं लगाया जाएगा। क्योंकि मरीज की स्थिति के अनुसार वेंटीलेटर के मोड़ में बदलाव करना पड़ता है। यह तभी हो सकेगा, जब 24 घंटे के लिए तकनीशियन उपलब्ध होंगे।

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31 मई तक कर सकते हैं आवेदन

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला परियोजना प्रबंधक आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया कि एक मई को छह तकनीशियन की नियुक्ति के लिए विज्ञप्ति निकाली गई थी। तीन से आठ मई तक साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया गया था। इसके बाद शासन की ओर से भी प्रक्रिया शुरू की गई। 31 मई तक अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं और जिले से शासन को आवेदन भेज दिया जाएगा। अभी तक एक ही तकनीशियन की नियुक्ति हुई है और एक ही आवेदन आया था। ---- इन्होंने कहा..

24 घंटे वेंटीलेटर तकनीशियन की जरूरत होती है। एक तकनीशियन से तो काम नहीं चल सकता। तकनीशियनों का प्रबंध करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल, हमारे पास जो संसाधन हैं, उनसे मरीजों को बेहतर उपचार देने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ की नियुक्ति कोविड अस्पताल के लिए की भी गई है। -डा. संजय अग्रवाल, सीएमओ, शामली

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तकनीकी स्टाफ की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। फिलहाल एक निजी अस्पताल से तकनीकी सहयोग लिया गया है। जल्द ही तकनीकी स्टाफ को नियुक्त कर लिया जाएगा और वेंटीलेटर के मामले में हम पूरी तरह आत्मनिर्भर होंगे।

जसजीत कौर, जिलाधिकारी


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