सफाईकमिर्यो को मिले नौकरी और मुआवजा
सफाई कर्मियों ने कोरोना काल में मृत सफाई कर्मियों के परिजनों को सरकारी नौकरी व मुआवजा दिलाने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन विधायक तेजेंद्र निर्वाल को सौंपा।
शामली, जागरण टीम। सफाई कर्मियों ने कोरोना काल में मृत सफाई कर्मियों के परिजनों को सरकारी नौकरी व मुआवजा दिलाने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन विधायक तेजेंद्र निर्वाल को सौंपा।
रविवार को स्वायत्त शासन कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष नरेश महरोलिया व महासचिव आजम खान ने ज्ञापन में बताया कि वर्ष 2006 में शासन के निर्देश पर नगर विकास विभाग द्वारा 60 हजार संविदा सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी। पिछली सरकार ने वाल्मीकि समाज का सम्मान करते हुए 2001 से कार्यरत संविदा, डेलीवेज व अन्य स्तरों से कार्यरत कर्मचारियों को पूर्व सरकार द्वारा नियमित कर दिया गया था और पुन: सरकार आने पर 2006 से कार्यरत संविदा सफाई कर्मियों को नियमित करने का आश्वासन दिया था, लेकिन वर्ष 2006 से अब तक उनके कठिन परिश्रम व निष्ठा को नजर अंदाज किया जा रहा है। वर्तमान सरकार में वाल्मीकि समाज व दुर्बल समाज के संविदा सफाई कर्मचारियों की घोर उपेक्षा की जा रही है, जबकि संविदा सफाई कर्मी ने स्वच्छ भारत मिशन, संचारी रोग, कोरोना महामारी में नियमित साफ सफाई के कार्य व सरकार के चलाए जा रहे विशेष अभियान के साथ-साथ टैंक सफाई, सीवर सफाई, हाट स्पाट एरिया क्षेत्रों में अपनी जान जोखिम में डालकर कार्य किया है। इन 14 सालों के दौरान सैकड़ों संविदा सफाई कर्मियों की मौत भी हो चुकी है लेकिन उनके परिजनों को आज तक कोई सहायता नहीं दी गयी है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मृत संविदा सफाई कर्मचारियों के परिवार के भरण पोषण हेतु 20 लाख की धनराशि देने, परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने, सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप सात हजार वेतन पाने वाले सफाई कर्मियों को 18 हजार रुपये वेतन देने आदि की मांग की।