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बेटे को आइएएस बनाना चाहते थे दिनेश्वर

शामली में आबकारी विभाग में निरीक्षक के पद पर तैनात दिनेश्वरनाथ त्रिपाठी ने बेटी की शादी करने का कर्तव्य निभा दिया। वह अपने इकलौते बेटे को आइएएस बनाना चाहते थे लेकिन उनका यह सपना अधूरा रह गया। हादसे में उनके निधन की सूचना से शामली आबकारी विभाग में शोक छाया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Feb 2020 10:47 PM (IST)Updated: Mon, 03 Feb 2020 06:00 AM (IST)
बेटे को आइएएस बनाना चाहते थे दिनेश्वर
बेटे को आइएएस बनाना चाहते थे दिनेश्वर

शामली, जेएनएन। शामली में आबकारी विभाग में निरीक्षक के पद पर तैनात दिनेश्वरनाथ त्रिपाठी ने बेटी की शादी करने का कर्तव्य निभा दिया। वह अपने इकलौते बेटे को आइएएस बनाना चाहते थे, लेकिन उनका यह सपना अधूरा रह गया। हादसे में उनके निधन की सूचना से शामली आबकारी विभाग में शोक छाया है।

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प्रयागराज निवासी दिनेश्वर नाथ त्रिपाठी 14 जुलाई वर्ष 2017 से शामली में जिला आबकारी निरीक्षक के पद पर तैनात थे। 30 जनवरी को उनकी पुत्री की शादी थी, जिसके चलते वह प्रयागराज गए हुए थे। 31 जनवरी को उनकी वापसी होनी थी। बीती रात एक फरवरी को वह शादी का काम निपटाकर गाड़ी से शामली आ रहे थे। उनकी गाड़ी मुरादाबाद क्षेत्र में किसी वाहन से टकरा गई। इस हादसे में आबकारी निरीक्षक की मौत हो गई। जिला आबकारी अधिकारी हरिओम सिंह बताते हैं कि दिनेश्वर नाथ त्रिपाठी बेहद मिलनसार प्रवृति के थे। शराब के कई बड़े तस्करों को उन्होंने अपनी टीम के साथ पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे भिजवाया था। त्रिपाठी की एक बेटी कृति व बेटा हर्षवर्धन है। बेटे को आइएएस बनाना चाहते थे। विभाग ने एक ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ निरीक्षक को खोया है।


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