ऐच्छिक ब्यूरो ने दो बिछड़े परिवार को मिलाया
ऐच्छिक ब्यूरो की बैठक में रविवार को दो बिछड़े परिवारों में समझौता करा दिया गया। अन्य परिवारों को सुनवाई के लिए आगामी तिथि दे दी गई।
जेएनएन, शामली। ऐच्छिक ब्यूरो की बैठक में रविवार को दो बिछड़े परिवारों में समझौता करा दिया गया। अन्य परिवारों को सुनवाई के लिए आगामी तिथि दे दी गई।
पूर्व की भांति इस बार भी ऐच्छिक ब्यूरो की बैठक का आयोजन नगर पालिका शामली के सभागार में किया गया। ब्यूरो की बैठक में हालांकि सभी सदस्य मौजूद नहीं रहे लेकिन वहां मौजूद सदस्यों ने सुनवाई के लिए पहुंचे परिवारों की समस्या को सुना और कई घंटे की मशक्कत के बाद दो परिवारों में समझौता करा दिया गया। बताया गया कि ब्यूरो ने रविवार को 17 परिवारों को सुनवाई के लिए बुलाया था। इन परिवारों की समस्या को ब्यूरो सदस्यों ने सुना और बाद में दो परिवारों में समझौता हो सका। इन दोनों परिवारों में विवाद का कारण कोई बड़ा नहीं था। मामूली कहासुनी का विवाद आपसी अलगाव का कारण बना था। ब्यूरो सदस्यों के समझाने पर इनका मनमुटाव दूर हो गया। दोनों परिवारों ने एक साथ रहने का वादा किया। ब्यूरो सदस्य बीना अग्रवाल व महिला सिपाही अनुराधा ने बताया कि सुनवाई के बाद 17 में से दो परिवार एक साथ रहने के लिए तैयार हुए है। अन्य परिवारों को सुनवाई के लिए आगामी तिथि तय कर दी गई है।
महिला प्रकरणों में त्वरित हो प्रभावी कार्रवाई
भ्रष्टाचार विरोध संगठन के अध्यक्ष अतुल ज्ञानचंद ने राष्ट्रीय महिला आयोग व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे ज्ञापन में बताया कि कि महिलाओं के उत्पीड़न व शोषण के प्रकरणों में त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए। यदि किसी महिला से छेड़खानी या फिर अन्य प्रकरणों में 24 घंटे के अंदर कार्रवाई होगी तो आपराधिक तत्वों में खौफ पैदा होगा। उन्होंने कहा कि पहले की तरह ही एंटी रोमियो टीमों को भी सक्रिय किया जाए।