गंदगी से पूरी तरह अटे पड़े हैं शहर के नाले
शहर बारिश होने पर तरणताल बन जाता है और इस बार भी इस समस्या से निजात मिलने की उम्मीद नहीं है। बड़े-छोटे नाले बेहिसाब गंदगी से अटे पड़े हैं। इन्हें देखने पर ऐसा लगता है कि नाले नहीं कूड़ाघर हैं। इससे मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ रहा है और मलेरिया-डेंगू आदि का डर सता रहा है। ऐसा लगता है कि कई-कई महीनों से सफाई नहीं हुई है। नगर पालिका का दावा है कि बरसात से पूर्व सभी नालों की सफाई हो जाएगी लेकिन दावे पूर्व में हवाई ही साबित हुए हैं।
शामली, जेएनएन। शहर बारिश होने पर तरणताल बन जाता है और इस बार भी इस समस्या से निजात मिलने की उम्मीद नहीं है। बड़े-छोटे नाले बेहिसाब गंदगी से अटे पड़े हैं। इन्हें देखने पर ऐसा लगता है कि नाले नहीं, कूड़ाघर हैं। इससे मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ रहा है और मलेरिया-डेंगू आदि का डर सता रहा है। ऐसा लगता है कि कई-कई महीनों से सफाई नहीं हुई है। नगर पालिका का दावा है कि बरसात से पूर्व सभी नालों की सफाई हो जाएगी, लेकिन दावे पूर्व में हवाई ही साबित हुए हैं।
कोरोना संक्रमण के प्रकोप के बीच नगर पालिका के सफाईकर्मी सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने और सैनिटाइजेशन के काम भी जुटे हैं। नालों की सफाई का काम ठेकेदार के माध्यम से कराया जाता है। नगर पालिका क्षेत्र में एक बड़ा नाला (लिक नाला) समेत कुल 43 नाले हैं। हर साल टेंडर निकालकर इनकी सफाई का ठेका दिया जाता है। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते पुराने ठेके को ही आगे बढ़ा दिया जाता है। लेकिन नालों की सफाई अभी तक भी कहीं होती नहीं दिख रही है। नालों में गंदगी बढ़ती जा रही है। इसमें उठती दुर्गध से आसपास के लोगों का रहना दूभर है। रविवार रात हुई थोड़ी देर की बारिश से भी शहर में जगह-जगह जलभराव हुआ था।
वहीं, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र यादव का कहना है कि नालों की सफाई का कार्य चल रहा है। सफाई निरीक्षकों को निगरानी के लिए भी कहा है। अगर काम धीमा है तो तेजी लाई जाएगी, लेकिन काम चल रहा है।
इन इलाकों में होता है अधिक जलभराव
माजरा रोड,बरखंडी, पंसारियान मोहल्ला, नंदूप्रसाद मोहल्ला, गऊशाला रोड, नेहरू मार्केट, पालिका मार्केट, कबाड़ी बाजार, नाला पटरी, बड़ा बाजार, अजुध्या चौक, मिल रोड, तालाब रोड, फव्वारा चौक, वीवी इंटर कॉलेज रोड, दिल्ली रोड, विजय चौक, धीमानपुरा आदि।
मच्छरों से परेशान हैं लोग
दयानंदनगर निवासी प्रमोद कुमार ने बताया कि उनके घर से कुछ ही दूरी पर बड़ा नाला है। नाला गंदगी से अटा है। दुर्गंध तो परेशान करती ही है, लेकिन ज्यादा समस्या मच्छरों की है। शाम के समय अगर थोड़ी देर घर के बाहर या छत पर खड़े हो जाएं तो मच्छर परेशान कर देते हैं। मलेरिया, डेंगू आदि बीमारियां होने का खतरा भी रहता है। वहीं, अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र यादव का कहना है कि लगातार शहर में फॉगिग कराई जा रही है।