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मोदी सरकार में किसानों पर हुआ दोगुना कर्ज

सोमवार को थानाभवन क्षेत्र के गांव मसावी में किसान-मजदूर सम्मेलन आयोजित किया गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Sep 2021 10:43 PM (IST)Updated: Mon, 13 Sep 2021 10:43 PM (IST)
मोदी सरकार में किसानों पर हुआ दोगुना कर्ज
मोदी सरकार में किसानों पर हुआ दोगुना कर्ज

शामली, जागरण टीम। सोमवार को थानाभवन क्षेत्र के गांव मसावी में किसान-मजदूर सम्मेलन आयोजित किया गया।

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सम्मेलन को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर सुधीर पंवार ने कहा कि मोदी सरकार में किसान और म•ादूर की आर्थिक स्थिति खराब हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 2021 में जारी रिपोर्ट के अनुसार पिछले पांच सालों में किसानों का कर्ज दोगुना हो गया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा घोषित रबी फसलों में किसानों की आमदनी बढ़ने के बजाय कम हुई है। हरियाणा में गन्ना मूल्य 362 रुपये प्रति कुंतल है, लेकिन योगी सरकार वादा करने के बाद भी गन्ना मूल्य पर मौन है। समाजवादी पार्टी की सरकार आने पर किसानों के तुरंत भुगतान की व्यवस्था कराई जाएगी। जिलाध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों की आमदनी कम होने के कारण मजदूरों की आमदनी भी घटी है। सरकार की गलत नीतियों के कारण आज इस क्षेत्र को दो महत्वपूर्ण उद्योग ईट भट्ठा तथा क्रेशर कोल्हू उद्योग बदहाल है। इससे मजदूर बेकार हो गया। सभा को जावेद जंग, सच्चू प्रधान, अनुज पंवार, नईम राणा, मास्टर गफ्फार ने भी संबोधित किया। सम्मेलन की अध्यक्षता शानू प्रधान ने की। इसमें राव फरागत, कारी नजाकत, शमशाद मिरासी, रहमान राणा, सनव्वर राणा, अबरार, मास्टर चंद्रभान शर्मा, खुशनूद, जमशेद पहलवान, रामसेवक कश्यप, भूपेंद्र राणा आदि उपस्थित रहे। किसान गोष्ठी का आयोजन

संवाद सूत्र, कांधला : ब्लाक क्षेत्र के गांव आल्दी में आयोजित किसान गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिकों ने पराली और ईख की पत्ती न जलाने की अपील की।

गांव आल्दी की हरिजन चौपाल में सोमवार को किसान गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिक बृजेश निर्भय ने बताया कि आगामी दिनों में धान की फसल पकने के बाद कट जाएगी, जिसमें किसान ज्यादातर पराली को खेत में जलाते हैं। पराली जलने से प्रदूषण फैलता है। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों बाद गन्ना पेराई सत्र शुरू हो जाएगा। इसके चलते गन्ना छिलाई के बाद खेतों में ईख की पत्ती भी किसान ज्यादातर जलाते हैं। इससे बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है। उन्होंने खेतों में पराली व ईख की पत्ती न जलाए जाने की अपील की है। उन्होंने किसानों को फसलों के बारे में भी किसानों को महत्वपूर्ण जानकारी दी। गोष्ठी में विकास चौहान, चेतन चौहान, नवीन, चंद्र सिंह, राकेश व शौकीन आदि मौजूद रहे।


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