डॉक्टर बोले-जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं को सुव्यवस्थित करें
राजकीय चिकित्सालय के डॉक्टरों ने उपेक्षा का आरोप लगा चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाओं को व्यवस्थित करने की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम इंद्र विक्रम ¨सह को सौंपकर चेतावनी दी कि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, शामली : राजकीय चिकित्सालय के डॉक्टरों ने उपेक्षा का आरोप लगाते हुए चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाओं को सुव्यवस्थित करने की मांग की है। चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम इंद्र विक्रम ¨सह को सौंपकर चेतावनी दी कि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
सोमवार को शामली के राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सकों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर डीएम से मुलाकात की। चिकित्सकों ने बताया कि शासन द्वारा चिकित्सा सेवाओं को प्रभावी, संवेदनशील और गुणवत्तापरक बनाने के उपाय किए जा रहे हैं। प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संवर्ग के साढ़े 18 हजार राजपत्रित चिकित्साधिकारियों का प्रतिनिधित्व करने वाला उनका संगठन चिकित्सा के क्षेत्र में सभी प्रतिबद्धताओं को मूर्त रूप देने के लिए कार्यरत है। उन्होंने कहा कि राजकीय चिकित्सक एवं चिकित्साकर्मी विकट परिस्थितियों में भी दिनरात काम करते हैं, लेकिन शासन की मंशा के विपरीत, कतिपय स्तरों पर शिथिलता के चलते उनकी उपेक्षा की जा रही है, जिससे चिकित्सकों में निराशा बनी हुई है। चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए समस्याओं के समाधान कराने की मांग की है। इस मौके पर चिकित्साधीक्षक डा. रमेश चंद्रा, डा. राजकुमार, डा. वीपी ¨सह, डा. जगमोहन, डा. दीपक, डा. विजेंद्र कुमार, डा. दिग्विजय कुमार आदि मौजूद रहे।