दिव्यांग-बुजुर्ग मतदाता घर बैठे ही कर सकेंगे मतदान
विधानसभा चुनाव-2022 में मतदान करने के लिए दिव्यांग व बुजुर्ग मतदाताओं को पोलिग बूथ पर नहीं जाना पड़ेगा। अब ये घर बैठे ही पोस्टल बैलेट के जरिए अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। कोविड-19 व आने-जाने में समस्या को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने यह फैसला लिया है। इससे जिले के 6 हजार 571 दिव्यांग मतदाताओं की मुश्किल दूर हो सकेगी।
शामली, जागरण टीम। विधानसभा चुनाव-2022 में मतदान करने के लिए दिव्यांग व बुजुर्ग मतदाताओं को पोलिग बूथ पर नहीं जाना पड़ेगा। अब ये घर बैठे ही पोस्टल बैलेट के जरिए अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। कोविड-19 व आने-जाने में समस्या को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने यह फैसला लिया है। इससे जिले के 6 हजार 571 दिव्यांग मतदाताओं की मुश्किल दूर हो सकेगी।
विधानसभा चुनाव-2022 में 80 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाता पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान करेंगे। कोविड प्रोटोकाल के तहत अतिरिक्त मतदान केंद्र भी बनाए जा रहे हैं। इस बार चुनाव कोविड के साये में होगा, इसलिए पूरी चुनावी तैयारी कोविड प्रोटोकाल के तहत ही पूरी की जा रही है। स्वीप कोर्डिनेटर एवं जिला नोडल अधिकारी रासेयो डा. अजय बाबू शर्मा के मुताबिक, जिले के काफी वृद्ध व दिव्यांग मतदाता पहले तेज धूप, लंबी दूरी और परेशानियों के चलते मतदान केंद्र पर नहीं जाते थे। इससे मतदान फीसद पर फर्क पड़ता था। मतदान फीसद बढ़ाने के साथ ही दिव्यांगों व बुजुर्गो को राहत देने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने यह फैसला किया है। 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता अपना वोट पोस्टल बैलेट के माध्यम से डाल सकेंगे। पोलिंग पार्टियां उनके घरों पर जाएंगी और पोस्टल बैलेट लेंगी। इस चुनाव में इस बार 1500 के बजाय 1250 मतदाताओं के लिए एक बूथ बनाने के आदेश हुए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में 80 से 89 वर्ष के 13113 मतदाता हैं, वहीं 90 से 99 वर्ष के 2353 व 100 प्लस 163 मतदाता है। इन्होंने कहा
दिव्यांग व 80 वर्ष से अधिक उन वयोवद्ध व्यक्तियों के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा की गई है। इसमें ऐसे लोगों की इच्छा पर निर्भर होगा कि वे बूथ पर डालना चाहते हैं या फिर पोस्टल बैलेट से मताधिकार का प्रयोग करेंगे। जिले में 6571 दिव्यांग व 80 वर्ष से अधिक के 15629 बुजुर्ग मतदाता हैं।
- डा. अजय बाबू शर्मा, स्वीप कोर्डिनेटर शामली