कोरोनाकाल में डेंगू के 'डंक' ने बढ़ाई चिता
कोरोना के साथ डेंगू की दस्तक ने चिता में इजाफा कर दिया है। जिले में आठ मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। 31 सैंपल की जांच मेडिकल कालेज मेरठ में लंबित है। निजी अस्पतालों में सितंबर माह में ही डेंगू के मरीज आए थे लेकिन रैपिड कार्ड की जांच को स्वास्थ्य विभाग पुष्ट नहीं मानता। 28 अक्टूबर को जलालाबाद क्षेत्र निवासी एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई। इसके बाद सात और मरीज मिल चुके हैं।
शामली, जेएनएन। कोरोना के साथ डेंगू की दस्तक ने चिता में इजाफा कर दिया है। जिले में आठ मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। 31 सैंपल की जांच मेडिकल कालेज मेरठ में लंबित है। निजी अस्पतालों में सितंबर माह में ही डेंगू के मरीज आए थे, लेकिन रैपिड कार्ड की जांच को स्वास्थ्य विभाग पुष्ट नहीं मानता। 28 अक्टूबर को जलालाबाद क्षेत्र निवासी एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई। इसके बाद सात और मरीज मिल चुके हैं।
सीएचसी शामली में तैनात चिकित्सक डा. दीपक चौधरी ने बताया कि डेंगू बुखार मादा एडीज मच्छर के काटने से होता है। बरसात के बाद अगस्त, सितंबर, अक्टूबर माह में अधिक खतरा रहता है। इस साल अभी तक डेंगू के केस मिल रहे हैं। लोगों को कोरोना के साथ ही डेंगू से भी खास बचाव करना होगा।
रिपोर्ट आने में लग रहा लंबा समय
डेंगू की पुष्टि एलाइजा जांच से मानी जाती है। जिले में यह सुविधा नहीं है। रैपिड कार्ड जांच में जिन मरीजों की रिपोर्ट पाजिटिव आती है, पुष्टि के लिए एलाइजा जांच के सैंपल मेडिकल कालेज मेरठ भेजे जाते हैं। यहां से एक-एक माह में रिपोर्ट आ रही है।
ये बरतें सावधानी
-बाल्टी, गमले, टायर आदि में पानी को अधिक समय तक जमा न रहने दें।
-एक सप्ताह में खाली कर दें या पानी में थोड़ा डीजल-पेट्रोल डाल दें।
-मच्छरों से बचाव के लिए पूरे उपाय करें।
-बुखार आने पर चिकित्सक को दिखाएं और खुद कोई दवा न लें।
डेंगू के प्रमुख लक्षण
-तेज बुखार, सिर या पूरे शरीर में दर्द
-शरीर पर लाल रंग के चकते पड़ना
-उल्टी-दस्त होना और कमजोरी आना
पिछले सालों में डेंगू के मामले
2016- 10
2017- 05
2018-14
2019-08
2020- 08
(2012 से 2015 तक डेंगू का कोई मामला नहीं)
इन्होंने कहा..
पिछले दिनों मेडिकल कालेज मेरठ की लैब में कुछ कर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसलिए जाच रिपोर्ट आने में देरी हो रही है। लक्षणों के आधार पर उपचार शुरू कर दिया जाता है। डेंगू के सभी मरीज स्वस्थ हैं। लार्वा की जांच लगातार की जा रही है और लार्वा मिलने पर अभी तक 500 से अधिक नोटिस भी दिए जा चुके हैं।
-डा. विनय कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी