डेंगू का प्रकोप बढ़ा, 39 और मरीजों में हुई पुष्टि
डेंगू का प्रकोप जिले में बढ़ता ही जा रहा है। 39 नए मरीज मिले हैं और अब डेंगू के कुल मरीजों की संख्या 198 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांवों में जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव और फागिग करा रही हैं। साथ ही कुछ गांवों में शिविर में लगाए जा रहे हैं। वहीं काफी लोगों की मौत भी हो चुकी है लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से मौत की पुष्टि नहीं की है।
शामली, जेएनएन। डेंगू का प्रकोप जिले में बढ़ता ही जा रहा है। 39 नए मरीज मिले हैं और अब डेंगू के कुल मरीजों की संख्या 198 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांवों में जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव और फागिग करा रही हैं। साथ ही कुछ गांवों में शिविर में लगाए जा रहे हैं। वहीं, काफी लोगों की मौत भी हो चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से मौत की पुष्टि नहीं की है।
कोरोना की दूसरी लहर मई के अंत में कम होने लगी थी और अब तो दो माह से अधिक समय से कोई नया केस भी नहीं मिला है। लेकिन डेंगू का प्रकोप इस बार सर्वाधिक है। जिला बनने के बाद इतने केस कभी नहीं आए। 17 सितंबर को पहला केस मिला था और इसके बाद संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। रैपिड कार्ड से तो काफी लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आती है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग एलाइजा जांच को ही प्रमाणित मानता है। जिले में यह जांच नहीं होती है और ऐसे में सैंपल मुजफ्फरनगर भेजे जाते हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी डा. विनय कुमार ने बताया कि निजी अस्पतालों से भी संपर्क बनाया हुआ है। ऐसे में वहां से भी सैंपल लिए जा रहे हैं। अगर किसी गांव में बुखार के अधिक मरीजों की सूचना मिलती है तो शिविर लगाया जाता है। मरीजों को दवा दी जाती है और डेंगू जांच को भी सैंपल लिए जाते हैं। अब से पहले 2018 में डेंगू के सर्वाधिक 14 मरीज मिले थे।
डेंगू के लक्षण
-बुखार होना
-सर्दी के साथ बुखार होना।
-जोड़ों में दर्द होना।
-शरीर में कमजोरी आना
-दांतों से खून का आना।
इन बातों का रखें ध्यान
-मच्छरों को बचाव के लिए सभी संभव उपाय करें।
-घर के आसपास गड्ढे में पानी हो तो मिट्टी से भर दें।
-बुखार को हल्के में न लें और चिकित्सक को दिखाएं।
-घर में किसी बर्तन, गमले आदि में पानी भरा न रहने दें।