कृषि बिलों को रद्द करने की मांग
गढ़ीपुख्ता कस्बे के समाजसेवी व किसानों ने केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की है।
शामली, जेएनएन। गढ़ीपुख्ता कस्बे के समाजसेवी व किसानों ने केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की है।
नगर गढीपुख्ता के समाजसेवी रण कुमार व अन्य किसानों ने कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन किया। रणकुमार ने कहा कि उक्त कानून पूरी तरह से किसान विरोधी हैं। इनसे किसान पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा। राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की गई। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसानों की मांगों को पूरा न किया गया तो वे धरना प्रदर्शन व भूख हडताल शुरू कर देंगे। इस अवसर पर अजय गिरी, नवाब सिंह, विनोद, रामसिंह, सतेन्द्र, विजयपाल, साबिर आदि भी मौजूद रहे।
थानाभवन : किसान आंदोलन के समर्थन में 'अलाव पर चर्चा' व 'घेरा डालो' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान किसान आंदोलन को समर्थन देने की अपील की गई।
कस्बे के मोहल्ला छिपीयान टंकी चौक पर किसान आंदोलन के पक्ष में हुए कार्यक्रम में पूर्व मंत्री किरणपाल कश्यप ने कहा कि यह आंदोलन किसानों की जमीन बचाने के लिए किया जा रहा है़। किसान बिल सिर्फ किसानों और मजदूरों के लिए ही नहीं, बल्कि आम जनता के लिए भी घातक है। प्रधानमंत्री मोदी खेती को अडानी और अंबानी को सौंपना चाहते हैं। हमें अपने अस्तित्व को बचाने के लिए आंदोलन का समर्थन करना होगा। सपा नेता जिला पंचायत सदस्य शेर सिंह राणा ने कहा कि सभी को किसान आंदोलन के समर्थन में अपने हाथों पर काली पट्टी, वाहनों पर काला झंडा, घरों, फेसबुक और वाट्सएप पर 'मैं किसान हूं' लगाकर किसान आंदोलन का समर्थन करना होगा। संचालन राधेश्याम सैनी और दीवान ने किया। कार्यक्रम में सपा नेता विजय कौशिक, नफीस राणा, सतीश चैयरमैन, अजब सिंह सैनी, सुभाष कश्यप, राजकुमार कश्यप, अजब सिह कश्यप, इमरान मिर्जा, राव आजाद, पंकज राणा, आशु शर्मा व गुलाब सैनी आदि मौजूद रहे।