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अभी तक सिर्फ 51252 किसानों ने ही भरा है सट्टा घोषणा पत्र

अभी जिले में 35983 गन्ना किसानों ने आनलाइन घोषणा पत्र नहीं भरा है। वहीं 51252 किसान घोषणा पत्र भर चुके हैं। अंतिम तिथि 30 नवंबर है और इससे आगे तिथि का बढ़ना मुश्किल है। गन्ना विभाग किसानों को विभिन्न माध्यमों से प्रेरित कर रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Nov 2021 10:56 PM (IST)Updated: Sun, 21 Nov 2021 10:56 PM (IST)
अभी तक सिर्फ 51252 किसानों ने ही भरा है सट्टा घोषणा पत्र

शामली, जागरण टीम। अभी जिले में 35983 गन्ना किसानों ने आनलाइन घोषणा पत्र नहीं भरा है। वहीं 51252 किसान घोषणा पत्र भर चुके हैं। अंतिम तिथि 30 नवंबर है और इससे आगे तिथि का बढ़ना मुश्किल है। गन्ना विभाग किसानों को विभिन्न माध्यमों से प्रेरित कर रहा है।

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जिले में तीन सहकारी गन्ना विकास समिति हैं और समिति के 87235 किसान सदस्य हैं। यानी उक्त किसान चीनी मिलों में गन्ने की आपूर्ति करते हैं। शासन ने सट्टा संचालन के लिए आनलाइन घोषणा पत्र भरना अनिवार्य किया हुआ है। इसके लिए 30 सितंबर अंतिम तिथि तय की थी, लेकिन बहुत कम किसानों ने घोषणा पत्र भरे थे। ऐसे में 15 अक्टूबर अंतिम तिथि की गई और फिर 31 अक्टूबर तक की गई, लेकिन करीब 50 फीसद किसानों के घोषणा पत्र नहीं भरे गए थे। ऐसे में 15 नवंबर तक का समय दिया गया, लेकिन 37 हजार किसानों ने घोषणा पत्र नहीं भरा था। शासन ने किसानों की समस्या को देखते हुए 30 नवंबर तक का समय दिया है। जारी आदेश में यह भी कहा गया कि अब आगे तिथि बढ़ाना संभव नहीं होगा। घोषणा पत्र नहीं भरने वाले किसानों का सट्टा बंद कर दिया जाएगा और ऐसे में वह चीनी मिलों में गन्ना आपूर्ति नहीं कर सकेंगे। जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि किसानों को एसएमएस भी भेजे जा चुके हैं। गन्ना विकास परिषद के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षकों और सहकारी गन्ना विकास समिति के सचिवों को पत्र भी जारी किए हैं कि जल्द से जल्द किसानों के घोषणा पत्र भरवाए जाएं। उम्मीद है कि अब तेजी आएगी। किसानों को घोषणा पत्र भरने में दिक्कत न हो, इसके लिए पूर्व में ही शासन ने खतौनी और पहचान पत्र अपलोड करने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया था।


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