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उत्तराखंड आपदा के मद्देनजर शामली में बनाया कंट्रोल रूम

शामली जेएनएन उत्तराखंड में हुई तबाही के मद्देनजर जिला प्रशासन ने शामली में भी कंट्रोल रूम स्थापित किया है। कंट्रोल रूम 24 घंटे चालू रखा जाएगा। डीएम जसजीत कौर ने अधिकारियों को निरंतर कंट्रोल रूम पर अलर्ट रहने के निर्देश दिए है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Feb 2021 10:09 PM (IST)Updated: Tue, 09 Feb 2021 10:09 PM (IST)
उत्तराखंड आपदा के मद्देनजर शामली में बनाया कंट्रोल रूम

शामली, जेएनएन : उत्तराखंड में हुई तबाही के मद्देनजर जिला प्रशासन ने शामली में भी कंट्रोल रूम स्थापित किया है। कंट्रोल रूम 24 घंटे चालू रखा जाएगा। डीएम जसजीत कौर ने अधिकारियों को निरंतर कंट्रोल रूम पर अलर्ट रहने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने बताया कि सात फरवरी को उत्तराखंड राज्य के चमोली जनपद जोशीमठ क्षेत्र में ग्लेशियर टूट जाने के कारण भारी तबाही हुई है। इसके लिए बचाव एवं राहत कार्य प्रभावी रूप से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस आपदा में उत्तर प्रदेश राज्य के कई जनपदों के लोगों के हताहत, लापता एवं फंसे होने की सूचनाएं है। उन्होंने कहा कि आपदा से प्रभावित जनपद के लापता या मृत व्यक्तियों के परिजनों से समन्वय के लिए जनपद मुख्यालय स्थित कलक्ट्रेट परिसर में एक कंट्रोल रूम संचालित किया गया है। कंट्रोल रूम हेल्पलाइन नंबर 01398-270203 है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आई आपदा में प्रभावित व्यक्तियों के परिवार के लोग दिए गए इस कंट्रोल रूम नंबर पर प्रभावित व्यक्तियों का किसी भी समय विवरण दर्ज करा सकते हैं।

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नाले का पानी खेत में घुसा, फसल खराब

शामली, जेएनएन। नगर पालिका का नाला ओवरफ्लो होने से गंदा पानी खेत में घुस गया। किसानों की काफी फसल खराब हो गई हैं। पीड़ित किसानों ने उपजिलाधिकारी से शिकायत की है और समस्या का समाधान कराने की गुहार लगाई है।

नगर निवासी शोएब अहमद व अरशद खान ने मंगलवार को एसडीएम कैराना उद्भव त्रिपाठी को एक पत्र दिया। बताया कि कैराना बाहर हदूद हल्का -3 में खसरा नंबर 1332 व 1334 उनकी भूमि स्थित है। खेतों के पास से गुजर रहे नगरपालिका के नाले में पानी की निकासी नहीं हो पा रही है, जिस कारण उनकी करीब दो बीघा फसल में गंदा पानी घुस गया है और फसल नष्ट हो गई है। उन्होंने यह भी बताया कि पानीपत- खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण के चलते फसल की सिचाई प्रभावित हो रही है। निर्माण कंपनी की ओर से सिचाई के लिए कोई व्यवस्था नहीं कराई जा रही है।


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