कसेरवा खुर्द के श्मशान घाट के निर्माण को हरी झंडी
कसेरवा खुर्द में निर्माणाधीण श्मशानघाट के निर्माण कार्य को डीपीआरओ ने हरी झंडी दे दी है। डीपीआरओ ने निर्देश दिया है कि निर्माण कार्यो पर रोक इस शर्त के साथ हटाई जाती है ताकि अस्थायी निर्माण हटा दिया जाए और शेष काम गुणवत्तापरक किया जाना चाहिए।
शामली, जेएनएन। कसेरवा खुर्द में निर्माणाधीन श्मशान घाट के निर्माण कार्य को डीपीआरओ ने हरी झंडी दे दी है। डीपीआरओ ने निर्देश दिया है कि निर्माण कार्यो पर रोक इस शर्त के साथ हटाई जाती है ताकि अस्थायी निर्माण हटा दिया जाए और शेष काम गुणवत्तापरक किया जाना चाहिए। निर्माण कार्य की गुणवत्ता में खामियां पाई जाने पर उसका पूर्ण उत्तरदायित्व गांव प्रधान, ग्राम सचिव और अवर अभियंता भूपेंद्र सिंह का होगा।
डीपीआरओ ने आदेश में लिखा है कि अवर अभियंता भूपेंद्र सिंह ने अपनी जांच रिपोर्ट के आधार पर लिखा है कि डीपीआरओ ने जिस निर्माण में खामियां बताई थीं, वह अस्थायी निर्माण था। वह वास्तव में सेटरिग का काम था। अवर अभियंता ने अपनी जांच रिपोर्ट में श्मशान घाट निर्माण पर लगी रोक हटाने का अनुरोध किया है। इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रधान और ग्राम सचिव ने भी निर्माण कार्य पर लगी रोक हटाने का अनुरोध किया था। इन तीनों के अनुरोध पर विचार करते हुए इस शर्त के साथ निर्माण पर लगी रोक हटाने और इस शर्त के साथ निर्माण की अनुमति दी जाती है कि यदि निर्माण कार्यो में गुणवत्ता खामी पाए जाने पर इसका पूर्ण दायित्व गांव प्रधान, गांव पंचायत सचिव और अवर अभियंता का होगा।
बता दें कि एक सप्ताह पहले डीपीआरओ नंदलाल ने कसेरवा खुर्द में श्मशान घाट का निरीक्षण किया था और निर्माण कार्य की गुणवत्ता खराब बताते हुए इसके निर्माण कार्य पर तत्काल रोक लगाने की सिफारिश की थी। डीपीआरओ ने इस संबंध में एक तीन सदस्यीय जांच समिति गठित करने की भी सिफारिश की थी। इस मामले को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद गांव प्रधान ने आला अधिकारियों से संपर्क साधा। गांव प्रधान का कहना था कि पिलर की सपोर्ट के लिए बनाए गए ढूले को भी डीपीआरओ ने निर्माण कार्य का हिस्सा बताते हुए अपनी जांच रिपोर्ट थी। इसके बाद अफसरों ने मामले की जांच कराने और जांच उपरांत कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इस संबंध में डीपीआरओ नंदलाल का कहना है कि श्मशानघाट के निर्माण कार्य पर लगी रोक हटा ली गई है।