नेहा विश्वकर्मा समेत 18 मेधावी हुए मुख्यमंत्री से सम्मानित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के मेधावियों को सम्मानित किया। शामली जिले से 18 छात्र-छात्राएं सम्मानित हुए।
शामली, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के मेधावियों को सम्मानित किया। शामली जिले से 18 छात्र-छात्राएं सम्मानित हुए। कक्षा दस में 94.67 फीसद अंक प्राप्त करने वाली नेहा विश्वकर्मा को टेबलेट के साथ एक लाख रुपये और अन्य मेधावियों को 21-21 हजार रुपये मिले। उक्त सभी छात्र यूपी बोर्ड के हैं। अन्य बोर्ड के किसी मेधावी का जिले से चयन नहीं हुआ था।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड में हाईस्कूल में सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की छात्रा नेहा विश्वकर्मा और इंटरमीडिएट में खुशी विश्वकर्मा ने जिला टॉप किया था। दोनों सगी बहन हैं। नेहा का नाम स्टेट टॉपर की सूची में आठवें स्थान पर है, इसलिए उन्हें एक लाख रुपये की धनराशि और टेबलेट का पुरस्कार मिला। शनिवार को सम्मानित होने के चयनित छात्र-छात्राएं शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बस से लखनऊ रवाना हुए थे। हाईस्कूल के मेधावियों में मीनाक्षी पंवार (93.33 फीसद), निक्की शर्मा (93 फीसद), दक्ष नामदेव (92.50 फीसद), अनंत मलिक (92.17 फीसद), शिखा मलिक (92.17 फीसद), कोमल (91.50 फीसद), सृष्टि अग्रवाल (91.17 फीसद), यश्वी चौहान (90.83 फीसद), दीपांशु मलिक (90.67 फीसद), मुस्कान (90.67 फीसद) और इंटरमीडिएट में खुशी विश्वकर्मा (90.40 फीसद), हर्षित भारद्वाज (89.20 फीसद), गौरव सिंह (88.80 फीसद), साक्षी रानी (88.60 फीसद), आकाश सैनी (88.40 फीसद), विजय कुमार (88 फीसद), तुषार देशवाल (87.40 फीसद), वर्णिका कौशिक (87.40 फीसद), सूरज गुप्ता, (87 फीसद) हर्ष भटनागर (86.80 फीसद), खुशी गोयल (86.80 फीसद) सम्मानित हुए।
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खुद पर भरोसे से आया स्टेट टॉपर की लिस्ट में नाम
-एसएसटी में उम्मीद के मुताबिक नंबर न आने पर भरी थी स्क्रूटनी
जागरण संवाददाता, शामली: नेहा विश्वकर्मा ने हाईस्कूल में जिला टॉप किया था, लेकिन एक विषय में कम नंबर आने से थोड़ा परेशान थी। खुद पर भरोसा था तो स्क्रूटनी भरी थी और परिणाम में नंबर बढ़कर आए। इसके बाद उनका नाम स्टेट टॉपरों की सूची में भी शामिल हो गया।
हाईस्कूल में नेहा के हिदी में 93, गणित में 99, विज्ञान में 96, अंग्रेजी में 98, कला में 92 और एसएसटी में 86 नंबर आए थे। 27 अप्रैल को परिणाम घोषित हुआ था तो तभी कहा था कि एसएसटी में कम नंबर आए हैं। इसके बाद नेहा ने इस विषय की स्क्रूटनी भरी थी। संशोधित होकर रिजल्ट 14 अगस्त को आया और एसएसटी में 90 अंक हो गए। इससे कुल अंक 94.67 फीसद हो गए और नेहा का नाम स्टेट टॉपर की लिस्ट में आया। नेहा ने बताया कि स्टेट टॉपर में अब उनका आठवां स्थान है। फोन पर बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित होकर वह बेहद खुश हैं। मां पुष्पा और पिता प्रमोद कुमार साथ लखनऊ गए थे। वह फूले नहीं समा रहे हैं। नेहा डॉक्टर बनना चाहती हैं। उनका कहना है कि डॉक्टर बनने पर उनके लिए ये कोई पेशा नहीं होगा, बल्कि सेवा का जरिया होगा। वह चाहती हैं कि जीवन में कुछ ऐसा करें कि माता-पिता का नाम पूरी दुनिया में रोशन हो।
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पिता बोले, बेटियों को पढ़ाने में काम आएगी धनराशि
शामली के दयानंद नगर निवासी नेहा और खुशी विश्वकर्मा के पिता प्रमोद विश्वकर्मा एक निजी स्कूल में चालक हैं। मां पुष्पा गृहणी हैं। प्रमोद को अल्प वेतन ही मिलता है, लेकिन फिर भी बेटियों को पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों बेटियों को कुल 1.21 लाख रुपये मिले हैं। यह धनराशि इन्हें पढ़ाने में ही काम आएगी। अगर बड़ी बेटी खुशी कोचिग करना चाहेगी तो अब दिक्कत नहीं होगी। बता दें कि खुशी ने हाईस्कूल में भी जिला टॉप किया था। वह आइएएस बनना चाहती हैं, लेकिन अभी इंजीनियरिग के लिए जेईई मेंस की परीक्षा के लिए ऑनलाइन कोचिग कर रही हैं।