सिस्टम पर हावी शहर मेंबढ़ता अतिक्रमण
शहर के बाजारों की मुख्य सड़कों से लेकर अन्य सड़कों पर फैला अतिक्रमण का जाल प्रशासनिक और नगरपालिका अधिकारियों को ठेंगा दिखा रहे हैं। दुकानदारों के हौंसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि सालभर में
मुजफ्फरनगर: शहर के बाजारों की मुख्य सड़कों से लेकर अन्य सड़कों पर फैला अतिक्रमण का जाल प्रशासनिक और नगरपालिका अधिकारियों को ठेंगा दिखा रहा है। दुकानदारों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि सालभर में एक या दो बार चलने वाले अतिक्रमण हटाओ अभियान में जुर्माना लगने के बाद भी दुकानदारों में अचानक होने वाली कार्रवाई का कोई डर नजर नहीं आता। आलम यह है कि व्यापारियों ने सड़क पर कई फुट तक सामान फैलाकर रास्ता तो अवरुद्ध कर ही रखा है, वहीं ग्राहकों के बैठने की सीटिग भी दुकान के बाहर तक लगाकर शहर में जाम की बड़ी परेशानी पैदा कर दी है।
दरअसल, शहर में अतिक्रमण जाम की बड़ी परेशानी का कारण है। नगरपालिका अधिकारी अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों पर तब ही जुर्माना लगाते हैं, जब प्रशासन की ओर से अभियान चलता है। औपचारिक रूप सालभर में एक या दो बार चलने वाले अभियान में प्रशासन अतिक्रमण को लेकर सख्त दिखता है। इस दौरान जुर्माने से बचने के लिए कुछ दुकानदार सामान अंदर कर लेते हैं और कुछ कार्रवाई से बचने के लिए दुकानें बंद कर निकल जाते हैं। कुछ महीने पूर्व ही नगर मजिस्ट्रेट अतुल कुमार के नेतृत्व में शिव चौक से नगरपालिका तक अभियान चला था, जिस दौरान कई दुकानदारों पर पांच-पांच हजार का जुर्माना लगा था, लेकिन एक सप्ताह बाद पहले उन्हीं दुकानदारों ने सामान बाहर तक बढ़ाया, जिन पर जुर्माना लगा था। इसके अब शिव चौक के चारों ओर फैले बाजार का हाल अतिक्रमण से अव्यवस्थित दिख रहा है। सुबह 11 बजे से शाम सात बजे तक सड़कों पर जाम का झाम दिखता है।
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इन स्थानों पर अधिक अतिक्रमण
औपचारिकता के लिए चलने वाला अभियान अधिकतर शिव चौक के आसपास तक ही सिमटकर रह जाता है। कई स्थान ऐसे हैं, जहां पक्के अतिक्रमण कर शहर में समस्याएं फैलाई गई है। शिव चौक से नगरपालिका रोड, रुड़की रोड, भगत सिंह रोड, मीनाक्षी चौक, अस्पताल तिराहा, कोर्ट रोड आदि मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण से जाम में अधिक लोग फंसते हैं। इसके अलावा खालापार की मुख्य सड़क, कच्ची सड़क, ब्रहमपुरी व फायर ब्रिगेड से सिटी सेंटर पर निकलने वाली गलियों में पक्का अतिक्रमण है।
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जाम की परेशानी पर लोग बोले
शहर में जाम की परेशानी पुरानी है। बाजारों में जाते समय सभी जगह जाम मिलता है, जिस कारण समय की बर्बादी तो होती ही है साथ में फजीहत का शिकार भी होना पड़ता है।
-नीतू त्यागी गांव से शहर सामान लेने के लिए पहुंचते हैं। शिवचौक, भगत सिंह रोड पर जाम में वाहन फंस जाता है तो निकलने में समय लगता है। जाम के कारण बहुत मजबूरी में ही शहर के बाजारों में आने की सोचते हैं। इस समस्या का कारण अतिक्रमण है।
-राजबीर चंदेल शहर में सभी सड़कों पर अतिक्रमण फैला हुआ है। इस कारण सड़कों पर चलने में भी परेशानी रहती है। बहुत धीमी गति से वाहनों को चलाना तो पड़ता है साथ में सावधानी भी बरतनी पड़ी है। शिवचौक और मीनाक्षी चौक का हाल बेहद खराब है।
-शादाब