ट्रक में सवार होकर बलरामपुर जा रहे 78 मजदूरों को रोका
लॉकडाउन के बीच अन्य प्रदेशों में फंसे लोग अपने गृह जनपद पहुंचने के लिए जान को जोखिम में डाल रहे है। आए दिन होने वाले हादसों में मजदूरों की जान जा रही है। बावजूद इसके भी मजदूर ट्रक आदि में जोखिम भरा सफर तय कर रहे हैं। पंजाब के लुधियाना से भी 78 लोग ट्रक में बैठकर शामली पहुंचे। कैराना रोड पर पहुंचते ही पुलिस ने ट्रक रोक लिया।
शामली, जेएनएन। लॉकडाउन के बीच अन्य प्रदेशों में फंसे लोग अपने गृह जनपद पहुंचने के लिए जान को जोखिम में डाल रहे है। आए दिन होने वाले हादसों में मजदूरों की जान जा रही है। बावजूद इसके भी मजदूर ट्रक आदि में जोखिम भरा सफर तय कर रहे हैं। पंजाब के लुधियाना से भी 78 लोग ट्रक में बैठकर शामली पहुंचे। कैराना रोड पर पहुंचते ही पुलिस ने ट्रक रोक लिया। सभी 78 लोगों को स्वास्थ्य जांच के बाद क्वारंटाइन कर दिया गया है। प्रभुजी की रसोई के सेवादारों ने मौके पर पहुंचकर सभी को भोजन कराया है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते 24 मार्च से देश में लॉकडाउन चल रहा है। लॉकडाउन के बीच काम-काज ठप होने के कारण कामगारों के सामने बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है। लोग किसी भी तरह सिर्फ अपने घर पहुंचना चाहते है। शनिवार को भी हरियाणा-पंजाब की और से प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी रहा है। उत्तरप्रदेश के पूर्वी जिले बलरामपुर और आजमगढ़ के करीब 78 लोग पंजाब के लुधियाना स्थित फैक्ट्री में कार्य कर रहे थे। लॉकडाउन हुआ तो फैक्ट्रियां बद होने के कारण कामगारों के सामने परेशानी खड़ी हो गई। मालिक ने पैसे देने बंद कर दिए तो सभी कामगार अपने घर की और चल पढ़े। पंजाब से पैदल चलकर हरियाणा के पानीपत तक पहुंचे मजदूरों को पानीपत पहुंचने पर एक ट्रक मिल गया। मजदूरों ने जब ट्रक चालक के बातचीत की तो मजदूरों संदीप के अनुसार ट्रक चालक ने एक हजार रुपये प्रति सवारी मांगी। मजदूरों ने ट्रक चालक को रुपये दे दिए। ट्रक में बैठकर जब वह शामली के कैराना रोड स्थित पेट्रोल पंप के पास पहुंचे आसपास के लोगों ने एक ही ट्रक में कई लोगों को देखा तो पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी 78 लोगों को ट्रक से उतार लिया। दिल्ली रोड स्थित प्रभुजी की रसोई के सेवादार भी मौके पर खाना लेकर पहुंच गए। सभी लोगों को भोजन कराया गया। उसके बाद पुलिस ने सभी 78 लोगों को कैराना रोड स्थित क्वारंटाइन वार्ड में 14 दिन के लिए क्वारंटाइन करा दिया है।
इन्होंने कहा....
शनिवार को दोपहर के समय पुलिस को सूचना मिली थी कि एक ट्रक में बहुत सारे लोग जा रहे हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी करीब 78 लोगों को ट्रक से उतारकर भोजन कराया गया हैं। उसके बाद कैराना रोड स्थित क्वारंटाइन सैंटर में भर्ती कर दिया है।
प्रेमवीर सिंह राणा, कोतवाली प्रभारी शामली
शेल्टर होम में सेवा करने पहुंचे एनएसएस वालंटियर
संवाद सूत्र, कैराना: राधा स्वामी सत्संग भवन में बनाए शेल्टर होम में एनएसएस वालंटियर भी सेवा करने के लिए पहुंचे हैं। वालंटियर ने एसडीएम के निर्देशन में विभिन्न व्यवस्थाओं में सहयोग किया।
एसडीएम देवेंद्र सिंह ने राष्ट्रीय सेवा योजना के वालंटियर्स के सहयोग के संदर्भ में एनएसएस जिला नोडल अधिकारी डॉ. अजय बाबू शर्मा से वार्ता की। इसके बाद शनिवार को विजय सिंह पथिक राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कैराना के एनएसएस के दस स्वयंसेवकों वसीम, ललित, आरिफ, अंकित, संदीप, नवीन, असलम, आसिम, रिजवान व शादाब को शेल्टर होम में तैनात किया गया। वालंटियर ने शेल्टर होम में व्यवस्थाओं में अपना सहयोग किया। उधर, महाविद्यालय के प्राचार्य एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संरक्षक डॉ. चमन लाल ने सभी वालंटियर्स को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
किसान ने शेल्टर होम पहुंचाए प्रवासी मजदूर
संवाद सूत्र,कैराना: गांव कंडेला निवासी किसान संदीप इंन्सां शनिवार दोपहर करीब दो बजे अपने खेत से बाइक द्वारा वापस घर लौट रहे थे। इसी बीच खेतों से होकर आ रहे छह प्रवासी मजदूरों ने उन्हें रोक लिया और मदद का आग्रह किया। किसान ने मजदूरों को पानी पिलाया तथा बिस्किट खिलाए। मजदूरों ने बताया कि वह पंजाब के लुधियाना से आ रहे हैं और उन्हें गोरखपुर जाना है। इसके बाद किसान द्वारा मजदूरों को ट्रैक्टर से नगर के राधा स्वामी सत्संग भवन में बनाए शेल्टर होम में पहुंचाया गया।