सौभाग्य ने बदला 501 मजरों का भाग्य, आज मनेगा उत्सव
जागरण संवाददाता शामली सौभाग्य योजना ने जिले के 501 मजरों की तस्वीर बदल दी। पहले शाम होते
जागरण संवाददाता, शामली : सौभाग्य योजना ने जिले के 501 मजरों की तस्वीर बदल दी। पहले शाम होते ही गांव अंधेरे में गुम हो जाते थे। इस योजना की ही देन है कि रात में गांव जगमगाते हैं। सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से अब ऊर्जा निगम ग्रामीण अंचल में पहुंचकर सौभाग्य उत्सव मनाएगा। इसके लिए आज जनपद के सभी मजरों में उत्सव मनाया जाएगा।
खेड़ीकरमू बिजलीघर स्थित कार्यालय पर सोमवार को प्रेसवार्ता के माध्यम से अधीक्षण अभियंता सुनील कपूर ने दावा किया कि जिले में 155.44 करोड़ के विद्युतीकण व ऊर्जीकरण कार्य कराए गए हैं। इसके साथ ही 787.42 करोड़ के विद्युत व ऊर्जीकरण कार्य प्रस्तावित है। जनपद के ग्रामीण अंचल में घर-घर तक बिजली की रोशनी पहुंच चुकी है। अब बिजली से रोशन गांवों में उत्सव मनाना है। इसलिए जिले के सभी 501 गांवों व मजरों में अब सौभाग्य उत्सव मनाया जाएगा। उत्सव में प्रदेश सरकार की योजनाओं व कार्यों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी प्रदान की। जिले में 155 करोड़ से कराए विद्युत कार्य
जिले में 49 हजार 810 कनेक्शन दिए गए है। इनकी कुल लागत 717 लाख रुपये आई है। इसके साथ ही 501 मजरों में विद्युतीकरण का कार्य 437.29 लाख की लागत से कराया गया। आठ अदद 33 बटा 11 केवी नवीन उपकेंद्रों का ऊर्जीकरण निर्माण 3792 लाख की लगात से कराया गया, वहीं 24 अदद 33 बटा 11 केवी उपकेंद्रों की क्षमतावृद्धि 1920 लाख की लागत से कराई गई। अधीक्षण अभियंता ने बताया 770 नवीन वितरण परिवर्तकों की स्थापना 1617 लाख रुपये की लागत से कराई गई। इसके अलावा एक नवीन पारेषण उपकेंद्र 132 केवी बनत का का 2829 लाख रुपये ऊर्जीकरण व उपकेंद्र 123 केवी की क्षमतावृद्धि 332 लाख से कराई गई है।
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400 केवी उपकेंद्र का होगा निर्माण
जिले में हाथी करौदा शामली के नजदीक नवीन उपकेंद्र 400केवी का निर्माण कराया जाएगा। इसके साथ ही 132 केवी कैराना का निर्माण कार्य भी जल्द शुरू होगा। इसकी अनुमानित लागत 77166 लाख रुपये की है। इसके साथ ही 778 लाख की लागत से 411 नवीन वितरण परिर्वतकों की स्थापना कराई जाएगी, वहीं 33 बटा 11 केवी उपकेंद्रों की क्षमतावृद्धि नौजल 323.60 लाख की लागत से होगी। इसके साथ ही 33 बटा 11 केवी नवीन उपकेंद्रों का ऊर्जीकरण कराया जाएगा। इसकी अनुमानित लागत 474 लाख है। अधीक्षक अभियंता ने बताया कि यह तमाम कार्य 787.42 करोड़ की लागत से कराए जाएंगे।