त्रिस्तरीय पंचायत आरक्षण पर दो दिन में आईं 45 आपत्तियां
जेएनएन शामली त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव-2021 के लिए जारी हुए आरक्षण पर निरंतर आपत्तियां पहुंच रही हैं। जिले के विकास खंड कार्यालयों व डीपीआरओ कार्याल पर आ रही आपत्तियों में शुक्रवार को आपत्तियां दाखिल करने के दूसरे 21 आपत्तियां दर्ज कराई गईं।
जेएनएन, शामली
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव-2021 के लिए जारी हुए आरक्षण पर निरंतर आपत्तियां पहुंच रही हैं। जिले के विकास खंड कार्यालयों व डीपीआरओ कार्याल पर आ रही आपत्तियों में शुक्रवार को आपत्तियां दाखिल करने के दूसरे 21 आपत्तियां दर्ज कराई गईं। इससे पहले गुरूवार को 24 आपत्तियां मिली थी। फिलहाल तक 45 आपत्तियां दर्ज की जा चुकी हैं। इनमें सर्वाधिक आपत्तियां ग्राम प्रधान पद के लिए आ रही हैं।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर आरक्षण दो मार्च को हो चुका है। निर्धारित तिथि के अनुसार चार मार्च से आठ मार्च तक आपत्तियां स्वीकार की जा रही हैं। इसके तहत पहले दिन ही गुरूवार 24 आपत्तियां मिली है, जबकि इसके बाद थानाभवन, कैराना, कांधला, ऊन, शामली ब्लाक में भी 24 ही आपत्तियां आईं हैं। जिला पंचायत चुनाव के आरक्षण में फेरबदल की उम्मीद कई दावेदार लगा रहे हैं। कईयों की सीट अनुसूचित जाति वर्ग में आने से ओबीसी व सामान्य के दावेदारों के सपने चूर हो गए है, अब केवल आरक्षण पर आपत्तियों के बाद होने वाले फैसले पर ही उम्मीद टिकी हैं। संभावित उम्मीदवारों ने अपने समर्थकों या खुद ही आरक्षण पर आपत्तियां दर्ज कराईं हैं। कई सीटों पर यदि आरक्षण में फेरबदल होता है तो निश्चित तौर पर सीटों के समीकरण बदल सकते हैं। डीपीआरओ आलोक शर्मा ने कहा कि आगामी आठ मार्च तक आपत्तियां ली जाएगी। शुक्रवार को 21 आपत्तियां मिली हैं। फिलहाल तक कुल 45 आपत्तियां मिल चुकी हैं।
चुनाव आरक्षण के विरोध में पंचायत
शामली,राजपूत बहुल गांवों के प्रधान पद अनुसूचित या अन्य वर्ग के लिए आरक्षित किए जाने से ग्रामीणों में रोष है। इसके विरोध में उन्होंने पंचायत की।
शुक्रवार को गांव हरड़ फतेहपुर में विनोद भगत के आवास पर हुई पंचायत में दर्जनों राजपूत बहुल गांवों के लोग शामिल हुए। पंचायत में पहुंचे शेर सिंह राणा का ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया। शेर सिंह राणा ने कहा कि भाजपा हिदू-मुस्लिम ही नहीं, बल्कि किसान और जनविरोधी पार्टी भी है। किसानों के गन्ने का बकाया भुगतान नहीं हो रहा है। फसलों के उचित दाम नहीं मिल रहे। बेरोजगारी चरम पर है।
मानकपुर के पूर्व प्रधान नरेंद्र राणा ने कहा कि भाजपा ने राजपूत समाज के साथ छल किया है। भाजपा की नीतियों की वजह से ही राजपूत समाज के लोग चुनाव लड़ने से वंचित रह गए। इससे समाज में आक्रोश है। इस दौरान अनिल राजा, मनोज राणा, बबलू मास्टर, साधु सिंह, भोपाल सिंह, सुशील चौहान, हांडा ठाकुर, बृजपाल राणा, परमवीर राणा, मोहन सिंह राणा, पंकज राणा, सतीश राणा, नोजल सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।