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मामौर झील ओवरफ्लो, किसानों की सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न

कैराना में बारिश के चलते मामौर झील ओवरफ्लो हो गई जिससे झील का बांध टूट गया और क्षेत्र में किसानों की सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई। पीडि़त किसानों ने झील टूटने की सूचना प्रशासन को दी इसके बाद तहसीलदार ने मौके-मुआयना कर किसानों की समस्याएं जानी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Aug 2020 10:21 PM (IST)Updated: Sun, 16 Aug 2020 10:21 PM (IST)
मामौर झील ओवरफ्लो, किसानों की सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न
मामौर झील ओवरफ्लो, किसानों की सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न

शामली, जेएनएन। कैराना में बारिश के चलते मामौर झील ओवरफ्लो हो गई, जिससे झील का बांध टूट गया और क्षेत्र में किसानों की सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई। पीडि़त किसानों ने झील टूटने की सूचना प्रशासन को दी, इसके बाद तहसीलदार ने मौके-मुआयना कर किसानों की समस्याएं जानी। मौके पर जेसीबी को बुलाया गया, लेकिन रास्ता न होने से पानी की रोकथाम नहीं हो सकी। किसानों ने प्रशासन से मुआवजा दिलाने की गुहार लगाई है।

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कैराना क्षेत्र के गांव मामौर स्थित झील में कैराना की निकासी का गंदा पानी जाता है। तीन दिन पूर्व हुई झमाझम बारिश से झील में पानी का दबाव बढ़ गया। रविवार को झील ओवरफ्लो हो गई, जिसके चलते बांध टूट गया और गंदा पानी किसानों की फसलों में घुस गया। किसान करतराम, दरयाव सिंह, महकार सिंह, सुशील, रामकरण, शिवकुमार, संजय, ओमवीर, सेठपाल, ईश्वर पाल, शिवचरण, तेजपाल निवासीगण गांव मवी की करीब 200 बीघा धान, गोभी, ईंख, ज्वार की फसल झील के पानी में समा गई। मामले की सूचना किसानों द्वारा प्रशासन को दी गई, जिस पर एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार प्रवीण कुमार मौके पर निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। उन्होंने किसानों से वार्ता कर उनकी समस्याएं जानी।

इस दौरान पानी की रोकथाम के लिए जेसीबी मशीन को भी मौके पर बुलाया गया, लेकिन जेसीबी मशीन के लिये रास्ता ठीक न होने के कारण मशीन आगे नहीं जा सकी, जिस कारण पानी की रोकथाम भी नहीं हो पाई। इसके बाद किसान खुद ही पानी की रोकथाम की जद्दोजहद करते नजर आए। वहीं, पीड़ित किसानों ने प्रशासन से नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की गुहार लगाई है।

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झील से होता रहा है किसानों को नुकसान

क्षेत्र के गांव मवी, मामौर निवासी किसानों का कहना है के हर वर्ष बारिश के चलते झील ओवरफ्लो होकर टूट जाती है, जिससे किसानों की सैकडों बीघा फसल जलमग्न हो जाती है, जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड रहा है। वही किसानों का कहना है कि वह इस सम्बध में कई बार उच्च अधिकारियों से भी शिकायत कर चुकें है, लेकिन आज तक समस्या का कोई समाधान नही हो सका, जिसके कारण किसान काफी चितित ओर परेशान है।


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