पिता बीमार हुए तो सब्जी बेचने निकला 13 साल का हर्षित
एक की उम्र 13 और दूसरे की आठ साल। कलम थामने की उम्र में वे ठेला खींच रहे। बीमार पिता को सहारा देने के लिए रोजाना सुबह सब्जी बेचने के लिए निकल जाते हैं। गुरुवार को इनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जागरण के सूचना देने पर प्रशासन ने कहा कि परिवार की मदद कराएंगे।
जेएनएन, शाहजहांपुर : एक की उम्र 13 और दूसरे की आठ साल। कलम थामने की उम्र में वे ठेला खींच रहे। बीमार पिता को सहारा देने के लिए रोजाना सुबह सब्जी बेचने के लिए निकल जाते हैं। गुरुवार को इनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जागरण के सूचना देने पर प्रशासन ने कहा कि परिवार की मदद कराएंगे।
बिजलीपुरा मुहल्ला निवासी राजेश वर्मा मजदूरी कर परिवार पालते हैं। डेढ़ माह पहले बीमार हो गए तो परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया। पत्नी अर्चना भी हिम्मत हारने लगी। बिस्तर पर पिता को देख 13 वर्षीय बेटे हर्षित व आठ वर्षीय रितिक ने मां को हिम्मत बंधाई। कहा कि गांव कुछ रुपये किसी से उधार ले लो तो सब्जी का ठेला लगा लेंगे। मां ने ऐसा ही किया। जिसके बाद से करीब एक महीने से दोनों सब्जी का ठेला लेकर निकल पड़ते हैं। दिनभर की बिक्री से घर का खर्च निकालते हैं, अगले दिन की सब्जी भी उसी से खरीदते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ फोटो
गुरुवार को सोशल मीडिया पर दोनों का फोटो वायरल हुआ। जिसके बाद बच्चों की चर्चा होने लगी। हर्षित कक्षा सात में पढ़ता है और उसका भाई कक्षा चार का छात्र है। दोनों बच्चे बोले, अभी स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो रही, तब तक परिवार की मदद कर रहे हैं। कुछ दिन में पिता ठीक हो जाएंगे तो हम स्कूल भी चले जाएंगे। राजेश का परिवार टूटे टीन शेड के नीचे रहता है।
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एक टीम राजेश वर्मा के घर भेजी जाएगी। सरकारी योजनाओं का लाभ उनके परिवार के लिए दिलाया जागा। इसके अलावा प्रशासन बच्चों की पढ़ाई की भी व्यवस्था कराएगा।
- इंद्र विक्रम सिंह, जिलाधिकारी
बाबा का ढाबा की तरह मदद की अपील कर रहे लोग
बच्चों को फोटो गुरुवार शाम को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने कमेंट कर मदद की अपील की। दिल्ली में बाबा का ढाबा और आगरा वाली अम्मा की तर्ज पर बच्चे की सब्जी खरीदने, पढ़ाई का इंतजाम कराने का आग्रह किया जा रहा।