पहले डीएपी का संकट अब यूरिया की ओवररेटिग बनी परेशानी
यूरिया की कमी दिखाकर क्षेत्र में इसकी ओवररेटिग शुरू हो गई है। दुकानदार मनमाने दामों पर इसे बेच रहे हैं। जिससे वे किसान परेशान हैं। जिनके खेत में पौध तैयार हो चुकी है और उन्हें अब इसकी जरूरत है। किसानों ने मनमानी पर अंकुश लगाने की मांग की है
जेएनएन, शाहजहांपुर : यूरिया की कमी दिखाकर क्षेत्र में इसकी ओवररेटिग शुरू हो गई है। दुकानदार मनमाने दामों पर इसे बेच रहे हैं। जिससे वे किसान परेशान हैं। जिनके खेत में पौध तैयार हो चुकी है और उन्हें अब इसकी जरूरत है। किसानों ने मनमानी पर अंकुश लगाने की मांग की है।
समितियों पर पर्याप्त मात्रा में खाद न मिलने का फायदा दुकानदार उठा रहे हैं। मनमाने दामों पर यूरिया बेच रहे हैं। 266 रुपये 50 पैसे में मिलने वाली खाद की बोरी 300 से लेकर 320 रुपये तक में मिल रही है। इसके साथ टैगिग कर जबरन जिक भी दी जा रही है। जबकि अभी उन्हें इसकी जरूरत नहीं है। हो रही परेशानी
डीजल पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी से परेशान किसानों ने जैसे तैसे सिचाई कर बुई तो कर ली, लेकिन खाद का संकट उन्हें भारी पड़ रहा है। इससे पहले डीएपी और अब यूरिया की किल्लत उन्हें परेशान कर रही है। फोटो 3 एसएचएन : 9
गेहूं की पौध तैयार हो गई है। इसलिए यूरिया की जरूरत है। दुकानदार मनमानी कर रहे हैं। जिक भी साथ में दे रहे हैं। इस पर रोक लगनी चाहिए।
शिवम मिश्र, पलिहुरा फोटो 3 एसएचएन : 10
यूरिया लेने पर जबरदस्ती जिक दी जा रही है। अगर जिक नहीं लेते तो रेट ज्यादा लिए जाते हैं। दुकानदारों पर अधिकारियों को कार्रवाई करनी चाहिए।
कुलदीप, सुरजूपुर फोटो 3 एसएचएन : 11
किसानों की कोई सुनने वाला नहीं है। पहले डीएपी के लिए परेशान होते रहे। अब यूरिया में 40 से 50 रुपये की ओवररेटिग हो रही है। कोई सुनने वाला नहीं है।
लल्लू, खमरिया फोटो 3 एसएचएन : 12
बारिश और बाढ़ के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ। अब जब गेहूं की बोवाई का समय आया तो यूरिया का संकट पैदा किया जा रहा है। यह गलत है।
विजय रतन, गुर्जर 26 हजार मीट्रिक डीएपी दो दिन में आ रही है। जिसे समितियों पर उपलब्ध करा दिया जाएगा। दुकानों पर अगर कोई ओवररेटिग कर रहा है तो संबंधित पर कार्रवाई कराई जाएगी।
डा. गणेश गुप्ता, एआर कोआपरेटिव