धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार
जेएनएन शाहजहांपुर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी कर रुपये हड़पने वाल
जेएनएन, शाहजहांपुर: सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी कर रुपये हड़पने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दो लाख पांच हजार रुपये भी बरामद कर लिए है।
बंडा क्षेत्र के इंदलपुर गांव निवासी अनुसूचित जाति के जगदीश कुमार की अप्रैल 2020 में गांव के ही कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी। ऐसे में अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता के लिए उनके बेटे हैप्पी ने आवेदन किया था। बीते दिनों हैप्पी के खाते में आठ लाख 25 हजार रुपये आये थे। जिसके बारे में धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सदस्य क्षेत्र के ही खखरा बुजुर्ग गांव निवासी सईद अली व पिपरिया हरचंद्र गांव निवासी लालाराम व तिलहर थाना क्षेत्र के बहादुरगंज मुहल्ला निवासी नरेश चंद्र को जानकारी हुई तो उन्होंने हैप्पी से नजदीकियां बढ़ाना शुरू कर दी। 12 जनवरी को हैप्पी के खाते से चार लाख 25 हजार रुपये ठगों ने बैंक जाकर अपने खाते में ट्रांसफार्मर करा लिए। हैप्पी के चाचा सुखविदर ने 13 जनवरी को मुकदमा दर्ज कराया था। प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ने शनिवार देर रात ब्लाक कार्यालय के पास से सईद व लालाराम को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से दो लाख पांच हजार रुपये बरामद कर लिए। जबकि अन्य रुपये खर्च होना बता रहे है। इसी तरह कई अन्य लाभार्थियों से भी ठगी कर चुके है। यह अपनाते है तरीका
पुलिस के मुताबिक गिरोह के सदस्य विकास भवन स्थित संबंधित कार्यालय के कर्मचारियों के संपर्क में रहते है। लाभार्थी के खाते में रुपये किस दिन पहुंचेगा इसके बारे में जानकारी आसानी से मिल जाती थी। इसके बाद लाभार्थी को अपने झांसे में फंसाना शुरू कर देते थे। योजना का लाभ जल्द दिलाने का भरोसा देकर संबंधित बैंक ले जाते थे। जहां चेकबुक पर हस्ताक्षर कराने के साथ ही अन्य कागजी कार्रवाई पूरी कराकर रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लेते है। ऐसे में बैंक के कर्मचारियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में आ रही है।