मासूम समेत तीन लोगों की बुखार ने ले ली जान
बुखार से हो रहीं मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है।
शाहजहांपुर : बुखार से हो रहीं मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। मंगलवार को भी बच्चे समेत दो लोग बुखार की भेंट चढ़ गए। जिले में अब तक बुखार से 50 से अधिक लोग जान गवां चुके हैं। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग यह मानने को तैयार नहीं है कि इतनी मौतें बुखार से हुई हैं।
निगोही कस्बा निवासी संतोष की तीन वर्षीय बेटी श्वेता को पिछले तीन दिनों से बुखार आ रहा था। मंगलवार को सुबह उसकी हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे एक निजी डॉक्टर को दिखाया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बच्ची की मौत से घर में कोहराम मच गया।
खेलते-खेलते बच्चे को आया बुखार, मौत
निगोही क्षेत्र के गांव घुसगवां निवासी वीरपाल के चार वर्षीय बेटे रितिक को चार दिन पहले बुखार आया था। परिजनों ने उसको झोलाछाप से दवा दिला दी थी। इसके बाद उसको बुखार ठीक हो गया था। मंगलवार की सुबह वह घर के बाहर खेल रहा था। तभी उसे अचानक तेज बुखार आ गया। जिससे वह बेहोश होकर जमीन में गिर गया। परिजन उसे डॉक्टर के पास ले जाने की तैयारी कर रहे थे। तब तक उसकी मौत हो गई।
बुखार एक और महिला की मौत
उखरी खुदागंज: क्षेत्र के गांव पच्चड़ निवासी 58 वर्षीय अहिवरन लाल की 58 वर्षीय पत्नी रामवती पिछले कई दिनों से बुखार से पीड़ित थीं। कस्बा के किसी झोलाछाप से इलाज करा रहे थे। सोमवार की रात अचानक उनकी हालत बिगड़ गई। परिजन उनको अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे। तब तक उन्होंने दम तोड़ दिया। गांव में काफी संख्या में लोग बुखार से पीड़ित हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम अभी तक गांव नहीं पहुंची है।
.. तब मौतों का क्या है कारण
जिले में दर्जनों लोग बुखार से दम तोड़ चुके हैं, इसके बाद भी सेहत महकमा के अधिकारी यह मानने को तैयार नहीं है कि बुखार से इतने लोगों की जान गई है। अधिकारियों की बात को ही माने तो सवाल है कि तब इतने लोगों ने किस बीमारी के कारण जान गई। इस सवाल का जबाव भी स्वास्थ्य विभाग के किसी अधिकारी के पास नहीं है।