प्रदर्शन करने आए थे युवा, एसपी ने अग्निपथ के लाभ गिनाकर कर दिया शांत
जेएनएन, शाहजहांपुर : प्रदर्शनकारी अनिल- अग्निपथ योजना में सेना भर्ती के बाद नियमित सेवा के पात्र नहीं बन सकेंगे।
एसपी- यह आपका भ्रम है। तैनाती के समय प्रत्येक बैच से 25 प्रतिशत अग्निवीरों को नियमित सेवा का अवसर मिलेगा।
प्रदर्शनकारी आनंद यादव- चार वर्ष बाद अग्निवीर बेरोजगार हो जाएंगे। देश में बेरोजगारी बढ़ जाएगी।
कर्नल केके चौधरी (सेवानिवृत)- आपके पास गलत जानकारी है। सेवा काल के बाद अग्निवीरों को रक्षा मंत्रालय व प्राइवेट सेक्टर में प्राथमिकता मिलेगी। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
अग्निवीर योजना का विरोध कर रहे युवाओं व अधिकारियों के बीच यह संवाद भ्रम की दीवार तोड़ गया। सोमवार को स्टेडियम में दर्जनों युवा प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए थे। नारेबाजी होती, सड़क पर जाम लगाया जाता, इससे पहले एसपी एस आनंद उनसे संवाद करने पहुंच गए। बड़ी संख्या में फोर्स देखकर प्रदर्शनकारी युवा कुछ क्षण उत्तेजित हुए तो एसपी के बोल थे- आपको भगाने नहीं, बात करने आया हूं। उनके शांत स्वभाव पर युवाओं की भीड़ मैदान में बैठ गई। इस बीच एसपी फोन कर सेवानिवृत सेवानिवृत्त कर्नल केके चौधरी, दिनेश अवस्थी, एमके मिश्र, राकेश दीक्षित, विजय मोहन मिश्र और जिला सैनिक कल्याण अधिकारी दिनेश मिश्र, सैनिक कल्याण समिति के अध्यक्ष मदन मोहन वर्मा को बुला चुके थे। मैदान में ही चौपाल लग गई। युवाओं के सवाल उठे, एसपी व सेवानिवृत अधिकारियों ने प्रत्येक का जवाब दिया। प्रदर्शन करने आए वैभव सिंह ने कहा कि इस तरह का बदलाव नहीं होना चाहिए। जवाब मिला- सेना की मजबूती और युवाओं के कौशल विकास के लिए यह जरूरी है। आनंद ने कहा कि योजना तुरंत वापस हो। जवाब आया- आप वर्तमान देख रहे हैं, सरकार आपका भविष्य मजबूत बना रही है। करीब आधा घंटा तक संवाद के बाद युवाओं ने प्रदर्शन का मन बदल दिया। एडीएम प्रशासन रामसेवक द्विवेदी ने कहा, आप ज्ञापन लाए हैं तो जाइए, इसे भी सरकार तक भेज देंगे। मुस्कुराकर युवाओं ने ज्ञापन दिया और लौट गए। रास्ते में कोई बवाल न हो जाए, इसलिए एएसपी सिटी संजय कुमार, सदर, रोजा और रामचंद्र मिशन थाने की पुलिस युवाओं की टोली से करीब आध किमी दूरी बनाकर दूर तक चलती रही। उनके छंटने के बाद टीम लौटी।
किसने क्या समझाया
अग्निपथ योजना को लेकर भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इससे रोजगार के अवसर बढेंगे। चार वर्ष सेना में रहने के बाद दूसरी नौकरी के लिए प्रयास करेंगे तो उम्र की भी कोई बाध्यता नहीं होगी।
सेवानिवृत्त कर्नल केके चौधरी
चार वर्ष सेना में रहकर नौकरी करने वाले पूरी तरह से प्रशिक्षित हो जाएंगे। वह आगे कोई भी नौकरी आसानी से पा सकते है। विरोध के बजाय युवाओं को भर्ती की तैयारी करनी चाहिए।
मदन मोहन वर्मा, अध्यक्ष जिला पूर्व सैनिक कल्याण समिति
इस योजना के माध्यम से युवाओं के पास कक्षा 10 पास करने के बाद सेना में जाने का अवसर रहेगा। कक्षा 12 का प्रमाण पत्र नौकरी करते समय ही मिल जाएगा। चार साल बाद सेवानिवृत्त होने के बाद शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। ऐसे में दूसरे विभागों में भी नौकारी पाने के पर्याप्त अवसर रहेंगे।
एस आनंद, एसपी
युवाओं ने ज्ञापन में लिखा
पुरानी प्रक्रिया के तहत ही सेना में भर्ती कराई जाए।
सेवानिवृत्त होने के बाद पूर्व सैनिक का दर्जा मिला चाहिए।
पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल किया जाए, ताकि बुढापे में दिक्कत न हो।
मार्च 2021 में फतेहगढ़ में होने वाली भर्ती प्रक्रिया को पूरा कराया जाए।
रिलेशन भर्ती की लिखित परीक्षा जल्द पूरी कराए जाए।
अग्निपथ योजना को पूर्व की भर्ती प्रक्रिया से अलग रखा जाए।
Edited By Jagran