शाहजहांपुर में नेपाल के हाथियों ने रौंदी किसानों की फसल
पीलीभीत की सीमा से सटे गांवों में नेपाल के हाथियों ने मंगलवार रात उत्पात मचा दिया। खेतों में लगी धान व गन्ने की फसल को रौंद दिया। हालांकि ग्रामीणों ने उन्हें शोर मचाकर खदेड़ दिया जिस कारण ज्यादा नुकसान नहीं हुआ
जेएनएन, शाहजहांपुर : पीलीभीत की सीमा से सटे गांवों में नेपाल के हाथियों ने मंगलवार रात उत्पात मचा दिया। खेतों में लगी धान व गन्ने की फसल को रौंद दिया। हालांकि ग्रामीणों ने उन्हें शोर मचाकर खदेड़ दिया, जिस कारण ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। वन विभाग की टीम को सूचना दी गई, लेकिन कोई नहीं पहुंचा, जिससे लोगों में रोष है। देर रात हाथियों ने थाना क्षेत्र की सीमा में प्रवेश करते हुए हंसपुर, लढ़ती व मठोंकर गांव में फसलों को रौंदा। लढ़ती में धान व गन्ने की करीब दो एकड़ फसल रौंद दी। हंसपुर गांव में करीब पांच एकड़ फसल को रौंद दिया। हाथियों के खेतों में आने की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। ट्रैक्टर आदि वाहनों के हार्न बजाकर शोर किया, जिसके बाद हाथी वापस पीलीभीत की सीमा में चले गए। इससे पहले सोमवार देर रात पीलीभीत जिले के गांवों में हाथियों ने उत्पात मचाया था। इससे पहले खुटार क्षेत्र में 18 जुलाई को भी क्षेत्र में हाथियों ने उत्पात मचाया था। विभाग का दावा जांच को गई टीम
वन विभाग के रेंजर डीएस यादव का दावा है कि उन्होंने टीम को भेजकर सर्वे कराया है, लेकिन लढ़ती गांव के सुखविदर सिंह, जीवन सिंह, सुरेश, इंद्रजीत आदि किसानों का आरोप है कि सूचना के बाद भी कोई वन कर्मी नहीं पहुंचा।
ग्रामीण ओंकार सिंह ने बताया कि करीब दो माह पूर्व भी हाथियों ने उत्पात मचाया था। इस बार वन विभाग को कई बार सूचना दी। कोई भी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचता। वहीं हंसपुर हरप्रीत ने बताया कि डीजल की महंगाई, फिर बिन मौसम बारिश और अब आए दिन हाथियों का उत्पात। किसानों का तो जीना ही मुहाल हो गया है।