जिले को पांच टन मिली आक्सीजन, 23 टन की थी मांग
जेएनएन शाहजहांपुर आक्सीजन की कमी का संकट दूर नहीं हो रहा है। 15 दिन के इंतजार के
जेएनएन, शाहजहांपुर : आक्सीजन की कमी का संकट दूर नहीं हो रहा है। 15 दिन के इंतजार के बाद सप्लाई मिली, लेकिन बेहद कम। प्रशासन ने जिले के लिए 23 टन आक्सीजन की मांग की थी। इसके सापेक्ष जनपद को मात्र पांच टन ही आक्सीजन मिल सकी। मांग के सापेक्ष आक्सीजन न मिलने पर 18 टन की कमी बनी हुई है।
जो आक्सीजन मिली है उससे कोविड अस्पताल में भर्ती रोगियों की जान बचाने का प्रयास होगा, ऐसे में निजी नर्सिंग होम में भर्ती रोगियों व होम क्वारंटाइन में इलाज करा रहे मरीजों के लिए संकट बना रहेगा। जनपद में चार हजार से अधिक लोग कोविड संक्रमित हो चुके है। वर्तमान समय में मेडिकल कालेज के अलावा कोविड अस्पताल ओसीएफ में 7, जिला अस्पताल में 135, सत्यानंद अस्पताल में 30, वरुण अर्जुन में करीब 45 मरीज भर्ती है। शेष होम आइसोलेशन में हैं। अस्पतालों में भर्ती कोविड मरीजों को पर्याप्त आक्सीजन के लिए पांच टन लिक्विड आक्सीजन भेज दी गई है। जो बरेली मोड के रिफिलर के माध्यम से कोविड अस्पताल को गैस के रूप में आपूर्ति की जा रही है, लेकिन निजी नर्सिग होम व घरेलू उपचार के लिए अभी आक्सीजन नहीं मिल पायी है। मांग के सापेक्ष 21 फीसद आक्सीजन वह भी 15 दिन बाद
जनपद में 14 अप्रैल को जनपद में 8 टन आक्सीजन आयी थी। इसके बाद जनपद को आक्सीजन की खेप नहीं मिली। सरकारी नियंत्रण के बाद प्रशासन ने 23 टन आक्सीजन की मांग की। 15 दिन बाद 21 फीसद आक्सीजन की आपूर्ति संभव हो सकी। पांच टन आक्सीजन मिल गई है। कोविड अस्पतलों को आपूर्ति की जाएगी। कुछ आक्सीजन निजी नर्सिंग होम को भी देने का प्रयास रहेगा। शासन से और आक्सीजन मिलने वाली है। इससे संकट दूर हो जाएगा। -राजेश कुमार सिटी मजिस्ट्रेट