Swami Chinmayananda case SIT टीम SS कॉलेज के हॉस्टल में खंगाला छात्रा का कमरा, कई फोटो क्लिप वायरल
Swami Chinmayananda Case चिन्मयानंद प्रकरण की जांच करने शाहजहांपुर पहुंची एसआइटी ने मंगलवार को छात्रा के हॉस्टल का कमरा खुलवाया।
शाहजहांपुर, जेएनएन। स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में गृह राज्य मंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद पर उनके कॉलेज की लॉ छात्रा ने बेहद गंभीर आरोप लगाया है। दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा अपनी पीड़ा सोशल मीडिया पर डालने के साथ ही शाहजहांपुर से गायब हो गई। इस मामले का सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर उत्तर प्रदेश पुलिस की एसआइटी अब मामले की जांच कर रही है।
चिन्मयानंद प्रकरण की जांच करने शाहजहांपुर पहुंची एसआइटी ने मंगलवार को छात्रा के हॉस्टल का कमरा खुलवाया। एएसएस कॉलेज में एसआइटी ने टीम ने हॉस्टल में छात्रा के कमरे की पड़ताल के बाद माहौल की जानकारी भी ली। एसआइटी अभी मामले की जांच ही कर रही है कि सोशल मीडिया में छात्रा के साथ स्वामी चिन्मयानंद की कई फोटो वायरल हो रही हैं।
एसआइटी ने एसएस डिग्री कॉलेज में छात्रा व उसके पिता को भी बुलाया। इसके साथ ही कॉलेज स्टाफ के साथ छात्रावास में छात्रा के कमरे को खुलवाया।वहां पर वार्डन, लॉ कालेज के प्राचार्य आदि से पूछताछ भी की। इस दौरान वहां पर किसी भी मीडिया को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। एसआईटी ने पीडि़त परिवार की मौजूदगी में आश्रम के हॉस्टल को खंगाला। इसके साथ ही उस कमरे को खोला गया, जहां पर लड़की ने स्वामी चिन्मयानंद पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है।
स्वामी चिन्मयानंद प्रकरण में सोमवार को उस वक्त नया मोड़ आ गया जब, पीडि़ता ने शाहजहांपुर के जिलाधिकारी पर ही धमकाने का आरोप लगाया। पीडि़त लड़की ने यह आरोप बाकायदा प्रेस-कॉन्फ्रेंस में लगाया। लड़की ने दो टूक कहा कि उसे यूपी पुलिस पर कतई विश्वास नहीं है। अगर पुलिस ईमानदार है तो फिर दो दिन बाद भी स्वामी के खिलाफ शिकायत पर दुष्कर्म का मामला दर्ज क्यों नहीं किया गया।
उसने कहा कि एसआईटी ने दिल्ली से शाहजहांपुर पहुंचते ही मुझसे 10-11 घंटे तक पूछताछ की, मगर मेरी किसी भी शिकायत पर पुलिस ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है। पीडि़ता उस शिकायत का जिक्र कर रही थी, जिसमें उसने स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म के आरोप लगाए हैं, जिसे उसने दिल्ली पुलिस को दिए थे। लड़की ने कहा कि स्वामी चिन्मयानंद ने मेरे साथ दुष्कर्म किया। एक वर्ष तक लगातार उसने मानसिक और शारीरिक उत्पीडऩ किया। मैं बुरी तरह से परेशान हूं।
स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ सबूतों की बात करते हुए पीड़िता ने कहा कि मेरे पास पर्याप्त सबूत हैं और समय आने पर वीडियो क्लिप सहित सभी सबूत पेश किए जाएंगे। पीड़ित छात्रा ने कहा कि उसने अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए ही अपना वह वीडियो वायरल किया था, जिसमें उसने चिन्मयानंद से जान का खतरा बताया था।
इससे पहले पीड़िता के आरोपों की जांच करने के लिए एसआईटी ने शनिवार को स्वामी चिन्मयानंद के घर, आश्रम और उनके द्वारा संचालित होने वाले कॉलेज पहुंचकर जांच की। चिन्मयानंद बाहर होने के कारण वे जांच दल के सामने उपस्थित नहीं हुए। एसआईटी ने पीड़िता के उस हॉस्टल को भी देखा जहां वो रहती थी। बताया जा रहा है कि पीड़िता का कमरा सील है।
कमरा नंबर 102 का राज
एसआईटी ने पीडि़त छात्रा के कमरे से उसकी मौजूदगी में साक्ष्यों का संकलन किया। पीडि़ता ने दावा किया है कि कमरा नंबर-102 में स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ सभी साक्ष्य मौजूद हैं। छात्रा ने बताया था कि हॉस्टल के कमरे में स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ सभी सबूत सुरक्षित हैं। इस कमरे को शुरू में ही छात्रा की मां ने सील करने की मांग की थी। दो दिन के बाद मुकदमा दर्ज होने पर पुलिस ने उस कमरे को सील किया था। पीडि़ता ने बताया कि उसने एसआईटी को मामले की सभी जानकारियां दे दी हैं। छात्रा के पिता ने बताया कि अभी तक न तो मुकदमा दर्ज कराया गया और न ही छात्रा का मेडिकल हुआ।
छात्रा ने एक दिन पहले लगाए थे गंभीर आरोप
पीड़ित छात्रा ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। कहा था कि पर्याप्त सुबूत होने के बावजूद उत्तर प्रदेश पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही। एसआइटी ने मुझसे लंबी पूछताछ की इसके बावजूद अभी कोई नतीजा नहीं दिख रहा। छात्रा के पिता ने डीएम पर अभद्रता और उत्तर प्रदेश पुलिस से जान का खतरा बताया था।