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Swami Chinmayanand Case : रंगदारी मांगने के मामले में छात्रा की जमानत अर्जी पर 30 को सुनवाई

एसआइटी ने छात्रा को बुधवार को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया था। जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 26 Sep 2019 05:08 PM (IST)Updated: Thu, 26 Sep 2019 05:16 PM (IST)
Swami Chinmayanand Case : रंगदारी मांगने के मामले में छात्रा की जमानत अर्जी पर 30 को सुनवाई
Swami Chinmayanand Case : रंगदारी मांगने के मामले में छात्रा की जमानत अर्जी पर 30 को सुनवाई

शाहजहांपुर, जेएनएन। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण व दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा भी पांच करोड़ रुपया की रंगदारी मांगने के मामले में फंस गई है। एसआइटी ने छात्रा को बुधवार को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया था। जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। आज छात्रा के वकील ने जमानत का प्रयास किया। उसकी अर्जी पर 30 सितंबर को सुनवाई होगी।

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छात्रा के वकील की ओर से गुरुवार को जिला जज की कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दी थी। इस अर्जी पर अब 30 सितंबर को सुनवाई होगी। 30 को ही स्वामी चिन्मयानंद की जमानत पर भी इसी कोर्ट में सुनवाई होनी है। वहीं छात्रा की अग्रिम जमानत के लिए 24 सितम्बर को दाखिल याचिका पर उसके वकील ने गुरुवार दोपहर दो बजे के बाद जिला जज की कोर्ट में अपना पक्ष रखा। उन्होंने एसआइटी के छात्रा को गिरफ्तार करने की कार्रवाई को गलत बताया। जिस पर अभी कोई फैसला नहीं आया है।

पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण और दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली एसएस लॉ कॉलेज की एलएलएम छात्रा को बुधवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे एसआइटी ने रंगदारी मामले गिरफ्तार कर लिया था। कोर्ट ने छात्रा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

रंगदारी मांगने में तीनों युवक के साथ छात्रा आरोपित

चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मुकदमे में एसआइटी ने तीनों युवक के साथ लॉ कॉलेज की छात्रा को भी आरोपित बनाया है। तीनों युवकों को एसआइटी पहले ही जेल भेज चुकी है।

एसआइटी की रिमांड पर विक्रम व सचिन

चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोपित विक्रम सिंह व सचिन सेंगर को एसआइटी ने बीते मंगलवार को 95 घंटे की रिमांड पर ले लिया है। दोनों को राजस्थान के दौसा ले जाया गया है। वहां से तीसरे आरोपित संजय सिंह का मोबाइल फोन व शर्ट बरामद की जानी है। मंगलवार सुबह करीब साढ़े दस बजे एसआइटी जेल पहुंची। जहां जेल अधीक्षक को कोर्ट से रिमांड का आदेश दिखाया, जिसके बाद औपचारिकताएं पूरी कर विक्रम सिंह उर्फ दुर्गेश व सचिन सेंगर को लेकर एसआइटी जिला अस्पताल पहुंची। वहां दोनों का मेडिकल कराया गया। उसके बाद टीम दोनों को लेकर दौसा रवाना हो गई।

लाल रंग की शर्ट व मोबाइल फोन की तलाश

दरअसल, इस मामले के तीसरे आरोपित संजय सिंह की लाल रंग की शर्ट व उसका मोबाइल फोन एसआइटी को अब तक नहीं मिल पाए हैं, जबकि यह दोनों जांच में अहम साक्ष्य माने जा रहे हैं। एसआइटी के विवेचक के कोर्ट में विक्रम सिंह के पूछताछ के दौरान दिए गए बयान का हवाला दिया था, जिसमें विक्रम ने बताया था कि संजय का मोबाइल व शर्ट उसने व सचिन ने मेहंदीपुर से दौसा मार्ग पर महेवा बाईपास के पास सड़क किनारे झाड़ी में छिपा दिए थे। जिस पर एसआइटी ने इन साक्ष्यों को हासिल करने के लिए दोनों को रिमांड पर लिया गया है।

शोषण से तंग आकर बनाया था वीडियो

पीड़ित छात्रा पहले ही कह चुकी कि चिन्मयानंद उसका एक वर्ष से शोषण कर रहे थे। उसी के कॉलेज के पूर्व छात्र संजय से उसका परिचय था। उसने पूरा वाकया बताया तो सबक सिखाने के लिए वीडियो बनाने की बात तय हुई। इसी साल जनवरी में आपत्तिजनक हाल में चिन्मयानंद के वीडियो बना गए। इसके बाद प्रकरण का रुख बदलने लगा। चिन्मयानंद को सबक सिखाने के साथ ही रुपयों का इंतजाम भी करने की योजना बन गई। 


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