स्पेशल ट्रेन ने 30 मिनट में पूरी की 42 किमी की दूरी
पूर्वोत्तर रेलवे लाइन पीलीभीत से शाहजहांपुर मार्ग पर रविवार को 42.44 किमी का स्पीड ट्रायल लिया गया। जिसे लखनऊ के मुख्य संरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ की स्पेशल ट्रेन ने महज 30 मिनट में पूरा कर लिया। ट्रेन 118 किमी की रफ्तार से चलाई गई।
जेएनएन, शाहजहांपुर : पूर्वोत्तर रेलवे लाइन पीलीभीत से शाहजहांपुर मार्ग पर रविवार को 42.44 किमी का स्पीड ट्रायल लिया गया। जिसे लखनऊ के मुख्य संरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ की स्पेशल ट्रेन ने महज 30 मिनट में पूरा कर लिया। ट्रेन 118 किमी की रफ्तार से चलाई गई। इसके बाद टिकरी व शहबाजनगर रेलवे स्टेशन पर तीन घंटे तक मुख्य संरक्षा आयुक्त ने निरीक्षण किया। इस दौरान प्वाइंट से लेकर कंट्रोल रूम तक की व्यवस्था को बारीकी से देखा।
ट्रैक मीटर गेज से ब्राडगेज में परिवर्तित होने के बाद दिसंबर माह में ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। इसके लिए बीसलपुर से शहबाजनगर रेलवे स्टेशन तक दो दिन में स्पीड ट्रायल होना था, लेकिन शनिवार को अंडरपास बनवाने की मांग को लेकर ग्रामीणों के विरोध के कारण ट्रेन को 50 किमी की रफ्तार से ही निकाला गया। रविवार को फिर से बीसलपुर से शहबाजनगर तक स्पीड ट्रायल कराया गया। पहले इसे दो चरणों में बीसलपुर से ढकिया तिवारी व ढकिया तिवारी से शहबाजनगर तक कराया जाना था। इस मौके पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण आरके यादव, डीआरएम आशुतोष पंत, प्रसार अधिकारी राजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
ग्रामीणों ने दिया ज्ञापन
ढकिया तिवारी गांव के ग्रामीणों ने मुख्य संरक्षा आयुक्त को ज्ञापन दिया। बताया कि जहां अंडरपास बनाया गया था, वहां ग्रामीणों की बोरिग थी। जिसे ठेकेदार ने बंद करा दी। मुख्य संरक्षा आयुक्त ने ठेकेदार को दूसरे स्थान पर बोरिग कराने के निर्देश दिए।
ट्रेन देखने को लगी भीड़
पहली बार इस ट्रैक पर 118 किमी की रफ्तार से ट्रेन निकाले जाने पर उसे देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लग गई। शहबाजनगर गांव के ग्रामीण स्टेशन पर भी पहुंच गए। पुलिस व आरपीएफ ने स्थिति को संभाला।