Move to Jagran APP

जन्मदिन हो या शादी, दीजिए 'हरियाली' का शगुन

जन्मदिन हो या फिर शादी की सालगिरह। साल में ऐसे कई खास मौके आते हैं जिन्हें हम धूमधाम से मनाते हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Jul 2020 11:59 PM (IST)Updated: Tue, 07 Jul 2020 11:59 PM (IST)
जन्मदिन हो या शादी, दीजिए 'हरियाली' का शगुन
जन्मदिन हो या शादी, दीजिए 'हरियाली' का शगुन

अंबुज मिश्र, शाहजहांपुर :

loksabha election banner

जन्मदिन हो या फिर शादी की सालगिरह। साल में ऐसे कई खास मौके आते हैं जिन्हें हम धूमधाम से मनाते हैं। सेल्फी, फोटो, वीडियो के जरिए इन खुशनुमा पलों को सहेजते हैं, लेकिन हरियाली का शगुन देकर अब इसे जिंदगी भर के लिए यादगार बनाया जा सकेगा।

खास मौकों को और भी खास बनाने की यह पहल की है नगर निगम प्रशासन ने। जिसके तहत कोई भी व्यक्ति अपने या बच्चों के जन्मदिन, शादी या उसकी सालगिरह, माता-पिता की स्मृति या फिर परिचितों के जन्मदिन पर उपहार के रूप में उनके नाम का पौधा लगवा सकता है। ककरा कलां स्थित जैव विविधता पार्क में लगने वाले पौधे के वृक्ष बनने तक उसकी रखवाली नगर निगम करेगा। हालांकि इसके लिए 5100 रुपये बतौर शगुन निगम प्रशासन को देने होंगे। ये रुपये पौधे की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड के अलावा उसके समय-समय पर खाद, पानी आदि पर व्यय होंगे।

---------------

पर्यावरण प्रेमियों के लिए सौगात

तमाम लोग हैं जो शुभ अवसरों पर अपने घर या सार्वजनिक स्थानों पर पौधारोपण तो करते हैं, लेकिन नियमित देखभाल संभव नहीं होती। ऐसे में 90 फीसद मामलों में पौधे नष्ट हो जाते हैं। कई लोग ऐसे भी हैं जो खास मौकों पर पौधे लगाना तो चाहते हैं, लेकिन घर में जगह न होने की दिक्कत आ जाती है। ऐसे पर्यावरण प्रेमियों के लिए यह पहल मददगार होगी। इससे न सिर्फ उन्हें अपनी पहचान के रूप में नाम का व्यक्तिगत पेड़ लगाने का अवसर मिलेगा, बल्कि शहर के पर्यावरण संरक्षण में भी अपना योगदान दे सकेंगे।

---------------

पार्क एक नजर में

-10 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैल है जैव विविधिता पार्क, छोटे घने जंगल का होगा स्वरूप

-वनस्पति विज्ञान, कृषि के छात्र-छात्राओं के अध्ययन में मिलेगी मदद

- 11 हजार विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए गए हैं यहां, फलदार पेड़ भी हैं। अभी चल रहा है पौधारोपण

-वॉकिग ट्रैक के बाद साइकिल ट्रैक बनाने पर भी विचार वर्जन:

इस थीम के पीछे हमारा मकसद लोगों का पर्यावरण के प्रति रूझान बढ़ाना है। बच्चे जब अपने नाम के पौधे को साथ बड़ा होता देखेंगे तो उनके व उनके अभिभावकों के लिए अनूठा अनुभव होगा। लोगों की पार्क में आवाजाही बढ़ेगी। अपने नाम का वृक्ष होने से न सिर्फ संबंधित व्यक्ति बल्कि उनके परिवार का भी जुड़ाव होगा।

-संतोष शर्मा, नगर आयुक्त


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.