Chinmayananda Case : साक्ष्यों को पुख्ता करने में जुटी एसआइटी, 22 को हाईकोर्ट में पेश करनी है स्टेटस रिपोर्ट
दुष्कर्म के आरोप में पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद व उनसे रंगदारी मांगने के आरोप में छात्रा उसके दोस्त संजय विक्रम व सचिन को एसआइटी जेल भेज चुकी है।
शाहजहांपुर, जेएनएन। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण के साथ दुष्कर्म तथा छात्रा समेत चार पर रंगदारी के आरोपों की जांच कर रहा विशेष जांच दल (एसआइटी) अब एकत्र साक्ष्यों को पुख्ता करने में जुटा है। इस दल को 22 अक्टूबर को हाईकोर्ट में अपनी रिपोर्ट पेश करनी है। कहीं कोई चूक न रह जाए इसके लिए तकनीक से लेकर विधि विशेषज्ञों तक की मदद ली जा रही है।
दुष्कर्म के आरोप में पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद व उनसे रंगदारी मांगने के आरोप में छात्रा, उसके दोस्त संजय, विक्रम व सचिन को एसआइटी जेल भेज चुकी है। दोनों मामलों में वीडियो वायरल हुए थे, जिनकी सत्यता की पुष्टि विधि विज्ञान प्रयोगशाला से कराई गई थी। पांचों के बयान दर्ज हुए थे, चिन्मयानंद के मुमुक्षु आश्रम, कॉलेजों के शिक्षक व स्टाफ आदि से पूछताछ हुई थी।
जिसकी स्टेटस रिपोर्ट 23 सितंबर को हाईकोर्ट में दाखिल की जा चुकी है, पर इतना भर पर्याप्त नहीं है। एसआइटी को अपना पक्ष मजबूत करने के लिए हाईकोर्ट में साक्ष्यों को पुख्ता रूप से पेश करना होगा। अब 22 अक्टूबर को फिर रिपोर्ट दाखिल करनी है। यही कारण है कि बुधवार को पांचों का लखनऊ विधि विज्ञान प्रयोगशाला में आवाज का नमूना लिया गया, ताकि उसका मिलान वीडियो से कराया जा सके।
अभी नहीं मिले ये साक्ष्य
मामले की जांच कर रही एसआइटी को हालांकि अभी छात्रा का वह चश्मा नहीं मिला है, जिस पर लगे कैमरे से चिन्मयानंद का वीडियो बनाया गया। इसके साथ ही एसआइटी संजय सिंह का मोबाइल भी सही हालत में नहीं बरामद कर पायी। वह टूटा हुआ बरामद किया जा सका। छात्रा का मोबाइल फोन भी नहीं मिल सका है। एसआइटी इन्हें तलाशने में जुटी है।