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शाहजहांपुर में एक सप्ताह में सिर्फ 375 किसानों ने कराया धान बिक्री पंजीयन

धान बिक्री के लिए सप्ताह भर मे मात्र 375 किसानों ने ही आधार लिक मोबाइल से पंजीयन कराया। जबकि गत वर्ष संख्या तीन हजार के पार पहुंच गई थी। वेबसाइट न चलने तथा पंजीयन में खाता नंबर का विकल्प न होने से भी किसान अभी पंजीयन नहीं करा रहे है

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Sep 2021 01:49 AM (IST)Updated: Wed, 08 Sep 2021 01:49 AM (IST)
शाहजहांपुर में एक सप्ताह में सिर्फ 375 किसानों ने कराया धान बिक्री पंजीयन

जेएनएन, शाहजहांपुर : धान बिक्री के लिए सप्ताह भर मे मात्र 375 किसानों ने ही आधार लिक मोबाइल से पंजीयन कराया। जबकि गत वर्ष संख्या तीन हजार के पार पहुंच गई थी। वेबसाइट न चलने तथा पंजीयन में खाता नंबर का विकल्प न होने से भी किसान अभी पंजीयन नहीं करा रहे है। शासन ने भी पंजीयन की संख्या में रिकार्ड गिरावट देख आधार से मोबाइल लिक कराने का अभियान शुरू कर दिया है। इसके लिए इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में निश्शुल्क आधार अपडेट सुविधा शुरू कर दी गई है।

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चावल उत्पादन व धान खरीद में शाहजहांपुर पूरे प्रदेश में दशकों से अव्वल है। गत वर्ष भी करीब 44 लाख क्विटल से अधिक धान की खरीद हुई। लेकिन इस बार आधार लिक मोबाइल ओटीपी की व्यवस्था शुरू होने पर सप्ताह भर में मात्र 375 पंजीयन हो सके। जबकि गत वर्ष इस अवधि में तीन हजार के करीब संख्या पहुंच गई थी। पूरे साल में 80 हजार किसानों ने धान बिक्री को पंजीयन कराया था। बटाईदार किसान कैसे बेचेंगे धान, हो रहे परेशान

बड़े काश्तकारों से खेत बटाई पर लेकर खेती करने वाले छोटे किसान इस बार सरकारी क्रय केंद्रों पर धान नहीं बेच पाएंगे। शासन ने क्रय केंद्रों पर धान बेचने के लिए पंजीकरण का सत्यापन कराना अनिवार्य कर दिया है। पहले बटाईदार किसानों को बिना सत्यापन कराए धान बेचने की छूट दी जाती थी। शासन की नई गाइडलाइन से बटाई पर खेती करने वाले किसान परेशान है। 40 फीसद के करीब बंटाई पर होती है खेती

शाहजहांपुर कृषि प्रधान जिला है। जीविका का मुख्य साधन खेती है। छोटे कास्तकार बंटाई व बड़े कास्तकार ठेके पर खेती लेकर धान, गन्ना गेहूं की पैदावार करते है। इस बार दोनों के अरमानों पर पानी फिर गया है। पोस्ट आफिस में निश्शुल्क पंजीयन

किसान प्रधान डाकघर के इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक से संपर्क कर मोबाइल को आधार से निश्शुल्क अपडेट करा सकेंगे। 9451859460 नंबर पर फोन करके जानकारी भी प्राप्त की जा सकेगी। प्रशासन ने पंजीयन में तेजी के लिए यह सुविधा प्रदान की है।

अद्यतन लेनदेन वाले खाते में जाएगा धान खरीद का पैसा

आधार लिक मोबाइल से धान बिक्री पंजीयन में बैंक खाता संख्या का विकल्प न होने से परेशान किसानों की शासन ने चिता दूर कर दी है। खाद्य एवं रसद विभाग विभाग ने आधार से फीड अद्यतन लेन देन वाले खाते में ही धान खरीद की धनराशि भेजने की व्यवस्था कर दी है। यदि एक से अधिक बैंक खाता होने की दशा में यह सुविधा प्रदान की गई है। आधार लिक मोबाइल पर ओटीपी से पंजीयन अनिवार्य है। इसलिए किसानों की सुविधा के लिए आधार से मोबाइल लिक कराने की निश्शुल्क सुविधा प्रदान की गई है। इस बार पंजीयन का सौ फीसद सत्यापन होगा। अद्यतन लेन देने वाले आधार लिक बैंक खाते में धनराशि भेजी जाएगी।

कुमार कमलेश पांडेय, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी जिले के आंकड़े

- 5.53 लाख किसान है जनपद में

- 80 हजार किसानों ने गत वर्ष कराया धान धान बिक्री को पंजीयन

- 375 किसान ही करा सके अभी तक पंजीकरण


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