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बिजली आपूर्ति में बाधक जर्जर लाइन, बढ़ रहा लाइन लॉस

जर्जर लाइनों की वजह से जिले की बिजली आपूर्ति बदहाल है। निगोही तिलहर सिधौली बादशाहनगर नगर अटसलिया क्षेत्र में जर्जर लाइनों की वजह से शेड्यूल के तहत बिजली नहीं मिल पा रही है। यही हाल कलान मिर्जापुर व जलालाबाद क्षेत्र का है। तारों के टूट जाने तथा ट्रांसफार्मरों के फुंक जाने से उपभोक्ता उमस भरी गर्मी में बेहाल हो रहे है

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Aug 2021 12:12 AM (IST)Updated: Sat, 07 Aug 2021 12:12 AM (IST)
बिजली आपूर्ति में बाधक जर्जर लाइन, बढ़ रहा लाइन लॉस
बिजली आपूर्ति में बाधक जर्जर लाइन, बढ़ रहा लाइन लॉस

जेएनएन, शाहजहांपुर : जर्जर लाइनों की वजह से जिले की बिजली आपूर्ति बदहाल है। निगोही, तिलहर, सिधौली, बादशाहनगर नगर, अटसलिया क्षेत्र में जर्जर लाइनों की वजह से शेड्यूल के तहत बिजली नहीं मिल पा रही है। यही हाल कलान, मिर्जापुर व जलालाबाद क्षेत्र का है। तारों के टूट जाने तथा ट्रांसफार्मरों के फुंक जाने से उपभोक्ता उमस भरी गर्मी में बेहाल हो रहे है। शुक्रवार को भी कई क्षेत्रों में बिजली संकट छाया रहा। बिजली ब्रेकडाउन की वजह फीडरों के टेक्निकल व कामर्शियल लाइन लास भी बढ़ रहे हैं।

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जनपद में 4.50 लाख उपभोक्ताओं को 33/11 केवी क्षमता के 43 बिजलीघरों से बिजली आपूर्ति की जाती है। लेकिन शहर दर्जन भर बिजलीघरों को छोड़ बाकी पर ओवरलोडिग, ट्रिपिग का संकट बना रहता है। ग्रामीण क्षेत्र के बिजलीघरों की हालात अत्यंत खराब है। तिलहर, सदर, जलालाबाद वितरण खंड में सर्वाधिक लाइन लॉस

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम प्रबंध निदेशक ने 15 फीसद से कम लाइन लॉस के दिशा निर्देश जारी किए है। औद्योगिक फीडरों पर लाइन लॉस कम हुआ है। लेकिन ग्रामीण फीडरों का लाइन लास 40 फीसद के पार पहुंच रहा है। तिलहर, सदर, जलालाबाद वितरण खंड में आधे से ज्यादा फीडरों का लाइन लॉस 25 से 40 फीसद के बीच है। डिजिटल पेमेंट से आया सुधार

बकाया बिजली अदायगी की डिजिटल सेवा शुरू होने पर विभाग के कामर्शिलय लाइन लॉस में सुधार आया है। जनसेवा केंद्र, स्वयं सहायता समूहों की मदद से बिल अदायगी शुरू होने से बकाया वसूली बढ़ी है। वर्तमान में करीब 18 फीसद उपभोक्ता आनलाइन बिजली बिल का भुगतान कर रहे हैं।

चार बिजलीघरों को मंजूरी

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने कहिलिया सदर क्षेत्र के टिकरी गांव में 33 केवी बिजली घर को मंजूरी दे दी है। अटसलिया तथा जमौर में बिजनेस प्लान के तहत इंडस्ट्रियल बिजली घर बनाने को हरी झंडी दे दी गई है। इन बिजलीघरों के बन जाने से उद्योगों को चौबीस घंटे बिजली दी जा सकेगी। बेहतर आपूर्ति के हर संभव प्रयास किए जा रहे है। नए बिजलीघर के चार प्रस्ताव मंजूर हो गए है। लाइन लॉस कम करने पर जोर दिया जा रहा है। जरूरत के अनुसार जर्जर तार भी बदले जा रहे है।

रामनरेश सरोज, अधीक्षण अभियंता


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