ओलावृष्टि के साथ बरसे मेघा, धूप गुल, सर्दी बढ़ी
आसमान में छाए बादल गुरुवार को ओलावृष्टि के साथ फुहार बन बरसे।
जेएनएन, शाहजहांपुर : आसमान में छाए बादल गुरुवार को ओलावृष्टि के साथ फुहार बन बरसे। इससे कुछ क्षेत्रों में फसलों को नुकसान भी हुआ। वहीं, दिन भर धूप भी नहीं निकली। अधिकतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस लुढ़कर 19.8 डिग्री पर आ गया। हालांकि बादलों के कारण रात का तापमान दो डिग्री सेल्सियस बढ़ गया।
2014 के बाद फरवरी में मेहरबान हुए इंद्रदेव
इस वर्ष फरवरी अब तक 17.2 मिमी बारिश हो चुकी है। अभी 14 दिन शेष है। गत वर्ष का आंकड़ा पार करने में सिर्फ 4.9 मिली बारिश की जरूरत है। दरअसल 2014 फरवरी में मात्र 11.6 मिमी बारिश हुई थी। 2015 में बारिश का आंकड़ा शून्य रहा। 2016 में 6.4 मिमी, 2017 में 1.8 मिमी तथा 2018 में फरवरी में 22 मिमी बारिश का आंकड़ा दर्ज किया गया।
कहीं बरसा अमृत कहीं आफत
बूंदाबांदी के रूप में हुई बारिश फसलों के लिए कहीं संजीवनी साबित हुई है। लेकिन ओलावृष्टि से कई जगह आफत बनी। अल्हागंज, कटरा, जलालाबाद आदि क्षेत्रों में ओलावृष्टि से गेहूं के साथ ही सरसों आदि फसलों को नुकसान हुआ है। जबकि सदर व पुवायां क्षेत्र में दो मिमी की बारिश से फसलों को फायदा हुआ है।
चौबीस घंटे में होगी बारिश, कृषि विश्वविद्यालय ने जारी किया एलर्ट
कृषि विश्वविद्यालय मेरठ की ओर से भी किसानों को मौसम एलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक डा. यूपी शाही ने 13 फरवरी को जारी मैसेज में 14 व 15 फरवरी को प्रदेश में तेज हवा व ओला के साथ बारिश की भविष्यवाणी की थी।
चौबीस घंटे में इस तरह गिरा पारा
दिन अधिकतम - न्यूनतम - बारिश
बुधवार : 23.4 - 9.0 - शून्य
गुरुवार : 19.8 - 11.0 - 2.0
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(नोट : आंकड़ो का स्त्रोत मौसम विभाग- उप्र. गन्ना शोध परिषद)