Move to Jagran APP

दिल्ली में रैली, तनाव में जिला प्रशासन

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को लेकर स्थानीय प्रशासन का तनाव बढ़ गया है। दिल्ली की सीमा पर चल रहे आंदोलन में लगातार यहां से किसान पहुंच रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Jan 2021 12:26 AM (IST)Updated: Mon, 25 Jan 2021 12:38 AM (IST)
दिल्ली में रैली, तनाव में जिला प्रशासन
दिल्ली में रैली, तनाव में जिला प्रशासन

जेएनएन, शाहजहांपुर : गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को लेकर स्थानीय प्रशासन का तनाव बढ़ गया है। दिल्ली की सीमा पर चल रहे आंदोलन में लगातार यहां से किसान पहुंच रहे हैं। अब ट्रैक्टर रैली के लिए भी वाहनों व ट्रैक्टर ट्रालियों से रवाना हो रहे हैं। स्थानीय स्तर पर तो किसान नेताओं की निगरानी के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन लखीमपुर खीरी, सीतापुर से आने वाले किसानों ने अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऐसे में आइजी राजेश पांडेय व डीआइजी शलभ माथुर स्वयं दो दिन से बंडा में डेरा डाले हुए हैं। रविवार को आइजी बंडा थाने पहुंचे। प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार से कहा कि किसान नेताओं से संपर्क कर उनकी बात स्थानीय अधिकारियों के माध्यम से सरकार तक पहुंचाएं।

loksabha election banner

चार स्थानों पर लगाई गई फोर्स

किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए पुलिस ने बंडा क्षेत्र में चार स्थानों पर पुलिस फोर्स लगाई है। खुटार-पूरनपुर रोड स्थित केएमसी बार्डर, पोखरपुर, मकसूदापुर व बंडा चौराहा। पीएसी व क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) को भी लगाया गया है।

लिंक मार्गों से निकल रहे किसान

पुलिस की सख्ती के बावजूद बहुत से किसान बंडा से बिलसंडा, देवकली, दियूरिया जंगल से बरखेड़ा जाने वाले लिक मार्ग से बरेली तक चले जा रहे। आइजी ने पुलिस को लिंक मार्गों पहरा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

वर्जन

जिले के किसान नेताओं को समझा रहे हैं कि रैली में जाने के बजाय अपने मांग पत्र अधिकारियों के माध्यम से सरकार तक पहुंचाए। किसान भी पुलिस का पूरा सहयोग कर रहे हैं।

संजीव कुमार वाजपेयी, एएसपी ग्रामीण

गणतंत्र दिवस से पहले पुलिस लाइंस में परेड का पूर्वाभ्यास

जेएनएन, शाहजहांपुर : गणतंत्र दिवस परेड का रविवार को पुलिस लाइंस में पूर्वाभ्यास हुआ। जिसमें छुटपुट कमियां को एसपी ने दूर कराया। 26 जनवरी को कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना परेड की सलामी लेंगे।

रविवार सुबह साढ़े दस बजे से परेड का अंतिम पूर्वाभ्यास हुआ। सभी आठ टोलियों का एसपी एस आनंद, एएसपी सिटी संजय कुमार, एएसपी ग्रामीण संजीव वाजपेयी ने बारीकी से निरीक्षण किया। जवानों में जो कमियां मिलीं, उन्हें दूर कराया। आठ टोलियों में ट्रैफिक, होमगार्ड, रिक्रूट, महिला पुलिसकर्मी, दंगा नियंत्रण, दमकल, पीएसी व नागरिक पुलिस शामिल है। प्रत्येक टोली में 27-27 जवानों को शामिल किया गया है। इस मौके पर सीओ सिटी प्रवीण कुमार, सीओ सदर महेंद्र सिंह, सीओ ट्रेनी अंजनी कुमार, प्रतिसार निरीक्षक मुकेश रावत मौजूद रहे।

कम होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम

कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार महज चार शिक्षण संस्थाओं को परेड में शामिल किया जा रहा है। जो सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे। इन शिक्षण संस्थाओं में बच्चों का रिहर्सल कराया गया।

एक साथ नहीं हो रहे थे फायर

तीन राउंड फायर करने का भी जवानों को अभ्यास कराया गया है। कुछ जवान एक साथ फायर नहीं कर पा रहे थे। एसपी ने इस कमी को दूर कराया। कुछ जवानों के कदम ताल में गड़बड़ी थी, उसे ठीक कराया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.