रेलकर्मियों को ऑनलाइन मिलेंगी सुविधाएं, 10 मिनट में यात्रा पास
यात्रा पास हो या कर्मचारी व स्वजन से जुड़ा कोई अन्य विभागीय काम इसके लिए किसी अफसर या बाबू के चक्कर नहीं लगाने होंगे। रेलवे बोर्ड कर्मचारियों को यह सुविधा ऑनलाइन देगा। इसके लिए सभी को एचआरएमएस (ह्मूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम) सॉफ्टवेयर से जोड़ने की तैयारी हो रही है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : यात्रा पास हो या कर्मचारी व स्वजन से जुड़ा कोई अन्य विभागीय काम, इसके लिए किसी अफसर या बाबू के चक्कर नहीं लगाने होंगे। रेलवे बोर्ड कर्मचारियों को यह सुविधा ऑनलाइन देगा। इसके लिए सभी को एचआरएमएस (ह्मूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम) सॉफ्टवेयर से जोड़ने की तैयारी हो रही है। इसके जरिये यात्रा पास 10 मिनट में बन जाएगा, जिसमें अभी करीब 10 दिन लग जाते हैं। सॉफ्टवेयर रेलवे के स्वास्थ्य विभाग से भी जुड़ा होगा, जिससे कर्मचारी या स्वजन इलाज कराने पहुंचें तो उनका रिकार्ड देखा जा सके।
रेलवे बोर्ड ने मंडल कार्यालयों को निर्देश दिए थे कि सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का सर्विस रिकार्ड ऑनलाइन करने के लिए ब्योरा जुटाएं। जिसे साफ्टवेयर पर अपलोड कर 31 दिसंबर तक ऑनलाइन व्यवस्था लागू की जानी है। इसके लिए प्रत्येक से एक फार्म भराया गया, जिसमें रेलकर्मी व उनके स्वजन के बारे में जानकारी दर्ज की गई। सभी के आधार कार्ड की प्रति लगाकर फार्म मुरादाबाद रेल मंडल भेजे गए। अब सत्यापन के बाद ब्योरा एचआरएमएस सॉफ्टवेयर पर होगा। इसके बाद रेलकर्मी को एक यूजर आइडी मिलेगी। जिसके जरिये सारी ऑनलाइन हो जाएगी। इसी पर सभी तरह के आवेदन करने होंगे।
रुकेगी गड़बड़ी
अभी तक फार्म के माध्यम से यात्रा पास जारी हो जाते है। अक्सर शिकायत रहती थी कि कर्मचारी स्वजन के बजाय परिचित को पास से निश्शुल्क यात्रा व स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिला देते हैं। ऑनलाइन व्यवस्था में कर्मचारी व स्वजन का आधार नंबर भी फीड होगा, ऐसे में उनके अलावा किसी अन्य को लाभ नहीं मिल सकेगा। यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी को अच्छे कार्य के लिए पुरस्कृत किया जाता है तो उसकी भी ग्रेडिग ऑनलाइन अपडेट होती रहेगी। इसके अलावा काम में लापरवाही का ब्योरा भी फीड रहेगा।
जिले में यह है स्टाफ
चालक : 600
ट्रैकमैन : 450
गार्ड : 150
सिग्नल विभाग : 90
कार्मिशयल स्टाफ : 85
कैरिज एंड बैगन : 75
स्वास्थ्यकर्मी : 70
टीटीई : 60
विद्युत : 60
टीआरडी : 60
स्टेशन मास्टर : 50
आपरेटिग : 50
अन्य : 120
वर्जन
ऑनलाइन व्यवस्था लागू होने से कर्मचारियों की भागदौड़ बच जाएगी। सभी के फार्म मंडल कार्यालय भेज दिए गए हैं। वहां से यूजर आइडी जारी होते ही सभी कर्मचारियों को मिल जाएगी।
ब्रजेश झा, लोको प्रभारी, शाहजहांपुर