अस्पताल से गर्भवती को टरकाया
सुरक्षित प्रसव के लिए जिला अस्पताल के भरोसे नहीं रहे। हो सकता है कि आपकी जान खतरे में पड़ जाए। ब्लॉक ददरौल के गांव बलेली की गर्भवती महिला के साथ ऐसा ही हुआ। जिला महिला अस्पताल प्रशासन ने उसे खून की कमी बताई। बरेली या लखनऊ के बड़े अस्पताल में प्रसव कराने की सलाह दी। आरोप है कि फिर उसकी छुट्टी कर दी। घर वापसी में लेबर पेन हुए तो ददरौल ब्लॉक प्रमुख ने अपने घर में प्रसव कराया।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : सुरक्षित प्रसव के लिए जिला अस्पताल के भरोसे नहीं रहे। हो सकता है कि आपकी जान खतरे में पड़ जाए। ब्लॉक ददरौल के गांव बलेली की गर्भवती महिला के साथ ऐसा ही हुआ। जिला महिला अस्पताल प्रशासन ने उसे खून की कमी बताई। बरेली या लखनऊ के बड़े अस्पताल में प्रसव कराने की सलाह दी। आरोप है कि फिर उसकी छुट्टी कर दी। घर वापसी में लेबर पेन हुए, तो ददरौल ब्लॉक प्रमुख ने अपने घर में प्रसव कराया। डीएम और सीएमओ से शिकायत की।
ब्लॉक ददरौल के गांव बलेली निवासी राजकुमारी (35) प्रसव के लिए मंगलवार को महिला अस्पताल में भर्ती हुई। यहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने जांच के बाद उसमें खून की कमी बताई। फिर हायर सेंटर में प्रसव कराने की सलाह देकर छुट्टी कर दी। गर्भवती ने बताया कि उसके पति अजय हरियाणा में मजदूरी करते है। आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। आरोप है कि किसी ने उसकी फरियाद नहीं सुनी। उसके साथ आई वृद्ध मां सावित्री ने घर जाने को प्राइवेट एंबुलेंस की, लेकिन रास्ते में ही राजकुमारी को प्रसव पीड़ा बढ़ गई। मदद के लिए उन्होंने ददरौल ब्लॉक प्रमुख और भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष क्षमा वर्मा के घर पहुंची। ब्लॉक प्रमुख ने अपने घर पर प्रसव कराया।
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राजकुमारी का प्रसव निजी चिकित्सक से घर पर कराया। डीएम और सीएमओ को सूचना दी। तब रात में 11.30 बजे एंबुलेंस पहुंची। मामले की शिकायत मुख्यमंत्री व चिकित्सा शिक्षा मंत्री से शिकायत करेंगे।
क्षमा वर्मा, ददरौल ब्लॉक प्रमुख
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फोटो 13 एसएचएन 4
गर्भवती का असुरक्षित प्रसव गंभीर मामला है। अस्पताल से उसकी छुट्टी देने के मामले की जांच कराई जाएगी।
इंद्र विक्रम सिंह, जिलाधिकारी
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फोटो 13 एसएचएन 5
महिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज के अधीन है। रात में प्रसूता राजकुमारी की जानकारी पर एंबुलेंस भिजवाई।
डॉ. राजीव गुप्ता, सीएमओ
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फोटो 13 एसएचएन 6
महिला सीएमएस डा. अनीता धस्माना तथा ड्यूटी पर कार्यरत डा. सूफिया से बात की। दोनों ने राजकुमारी को लेबर पेन नहीं और अपनी मर्जी से छुट्टी कराने की बात बताई है। आशा के भी हस्ताक्षर है। मामले की जांच कराकर कार्रवाई करेंगे।
प्रो. अभय सिन्हा, प्रधानाचार्य, मेडिकल कॉलेज