दो दर्जन मौतों के बाद टूटने लगा पॉवर केबिन
रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म दो व तीन पर बने पॉवर केबिन को दो दशक पहले निष्प्रयोज्य हो गया।
शाहजहांपुर : रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म दो व तीन पर बने पॉवर केबिन को दो दशक पहले निष्प्रयोज्य घोषित कर दिया गया था, लेकिन रेल प्रशासन ने तुड़वाना उचित नहीं समझा। इस बीच एक टीटीई समेत लगभग दो दर्जन यात्रियों की जान भी इस पॉवर केबिन की वजह से जा चुकी थी। जिसके बाद प्रशासन ने केबिन तुड़वाना शुरू कर दिया है।
दस साल पहले रेल प्रशासन ने प्लेटफार्म दो व तीन पर बने पॉवर केबिन की बि¨ल्डग को जर्जर होने की वजह से निष्प्रयोज्य घोषित कर दिया था। इसके बाद प्लेटफार्म नंबर एक पर केबिन संचालित होने लगा। लेकिन प्रशासन ने जर्जर बि¨ल्डग को तुड़वाना उचित नहीं समझा। जिस वजह केबिन के पास से निकलने वाले यात्रियों के लिए हर समय खतरा बना रहता था। पूर्व में कई बार डीआरएम भी निरीक्षण के दौरान बि¨ल्डग को तुड़वाने के निर्देश दे चुके थे। दरअसल केबिन के पास से प्लेटफार्म तीन के ट्रैक का घुमाव है। जिस वजह से जल्दबाजी में यात्रियों को ट्रैक नजर नहीं आता था। जिस वजह से सितंबर 2016 में टीटीई आरआर उपाध्याय भी हादसे का शिकार हो गए थे। इसके अलावा लगभग दो दर्जन यात्रियों की भी ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो चुकी थी। स्टेशन अधीक्षक ओमशिव अवस्थी ने बताया कि केबिन टूटने के बाद प्लेटफार्म चौड़ा कराया जाएगा। इससे निकलने वाले मलबे को प्लेटफार्म के पास ही बाउंड्रीवाल उठवाकर भरवा दिया जाएगा।