बिना स्क्रैप सड़क निर्माण से घरों में हो रहा जलभराव
जेएनएन, शाहजहांपुर : सुनियोजित विकास की अनदेखी से कालोनियों व मुहल्लों में बने घर तालाब में तब्दील हो रहे हैं। आवास विकास कालोनी, साउथ सिटी, बृज बिहार कालोनी, स्टेशन रोड की बसावट भी वर्षा में पानी पानी हो जाती है। दरअसल पूर्व में बनी सड़कों की परत हटाए बिना (स्क्रैप) के सड़क बना दिए जाने पर सड़क की ऊंचाई बढ़ती गई और ऊंची कुर्सी पर बने मकान काफी नीचे हो गए है। नतीजतन वर्षा में नालियों के ओवरफ्लो होते ही घरों में पानी भर जाता है। शौचालय के टैंक व जल निकासी द्वार से भी पानी घरों में भरने पर लोगों को जल निकासी के लिए जूझना पड़ता है।
शहर में आवास विकास कालानी, निशात रोड, बिजलीपुरा, कटिया टोला, हद्दफ चौकी, महमंद जलालनगर समेत दर्जन भर मुहल्लों में बिना स्क्रैप के सड़क के ऊपर ही दूसरी सड़क बना दिए जाने से सड़कों की ऊंचाई दो तीन फीट तक बढ़ गई है। नतीजतन वर्षा होने पर पानी मकानों के अंदर भर जाता है। जबकि एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) भी सड़क की कुर्सी (प्लिंथ) स्तर को मेंटेन करने के लिए स्क्रैप के बाद ही सड़क की मरम्मत कराता है। लेकिन जनपद में अनियोजित विकास की ओर प्रशासन समेत जिम्मेदारी भी ध्यान नहीं दे रहे है।
... तो साउथ सिटी, सिटी पार्क,आवास विकास के घर भी बन जाएंगे तालाब
साउथ सिटी, आवास विकास कालोनी, समेत प्रमुख कालोनियों की जब शुरूआत हुई, कुर्सी सीमित थी। यदि इन कालोनियों ने भी सड़क की ऊपरी सतरह खुरचे बगैर सड़क बनी तो इन पाश कालोनियों के घरों में भी वर्षा होने पर जलभराव शुरू हो जाएगा।
हां एनएचएआई में हैं स्क्रैप के साथ सड़क निर्माण की व्यवस्था
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आरके पिथौरिया भी शहर में स्क्रैप के बाद सड़क को जरूरी मान रहे है। उनका कहना है कि स्क्रैप के बाद सड़क निर्माण में लागत बढ़ जाती है। इसलिए लोक निर्माण विभाग में यह व्यवस्था नहीं है। लेकिन एनएचएआइ में स्क्रैप के साथ सड़क मरम्मत कराई जाती है। महानगरों में स्कैप के बाद सड़क बनाना हितकर होगा।
पंखी चौराहा चौराहा निशात रोड स्थित हमारा घर सड़क से करीब चार फीट ऊंचे पर था। बिना स्क्रैप सड़क बनाए जाने अब सड़क ऊंची हो गई और घर एक फीट नीचे हो गया। इससे वर्षा काल में घर में जलभराव हो जाता है। बचाव के लिए दरवाजे के पास ऊंचाई में अवरोध बनाना पड़ा। स्क्रैप के बाद ही सड़क बननी चाहिए।
संजय गुप्ता, सदर बाजार
हमारा घर भी सड़क से काफी नीचे हो गया। जबकि निर्माण के समय सड़क से मकान की कुर्सी तीन फीट ऊंचाई पर थी। ठेकेदार बचत के लिए सड़क को उखाड़े बिना ही सड़क बना देते है। जबकि सड़क की ऊपरी परत को खुरचने के बाद ही निर्माण होना चाहिए। ड्रेनेज सिस्टम भी बहुत खराब है।
दीप्ति त्रिपाठी निशात रोड
हमारे पुश्तैनी मकान के सामने की सड़क अंटा चौराहा से कपूर अस्पताल के लिए जाती है। हमारा घर ऊंचा था और सड़क नीची। सड़क दोबारा बनाए जाने पर घर नीचे हो गया। नतीजतन कुर्सी उठानी पड़ी। इसी वर्षा अंटा चौराहा की ओर बिना स्क्रैप के इंटरनलाकिंग रोड बना दी गई। आधी सड़क की सतह ऊंची हो जाने से जल निकास भी बाधित हो गया।
असलम खां, बिजलीपुरा
सड़क की लेबल के साथ ड्रेनेज सिस्टम को मेंटेन रखना बहुत जरूरी है। विदेशों में इनका विशेष ध्यान रखा जाता है। शहर में सड़क पर ही सड़क बनायी जा रही है। जो उचित नहीं है। महायोजना तथा नक्शा पास कराते समय प्रत्येक मकान की कुर्सी समान रहे, इसका ख्याल रखना चाहिए।
आरके अग्रवाल चार्टर्ड इंजीनियर
स्क्रैप के बाद सड़क बनाने पर खर्च बढ़ जाता है। इसलिए टेंडर में स्क्रैप के बाद सड़क बनाने की प्रावधान नहीं किया गया है। अब इसका ख्याल रखा जाएगा। जिन क्षेत्रों में सड़क ऊंची है और मकान नीचे है, वहां स्क्रैप की व्यवस्था की जा सकती है।
एसके अंबेडकर, मुख्य अभियंता नगर निगम
स्क्रैप के बाद सड़क निर्माण की अभी कोई गाइड लाइन नहीं है। कालोनी व मुहल्लों में जरूरत होने पर स्क्रैप के बाद सड़क निर्माण पर विचार किया जा सकता है। महानगर के सुनियोजित विकास के लिए नगर निगम संवेदनशील है। लोगों की सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जा रहा है।
संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त