दिल्ली जाते समय ट्रेन में कट गई थी विनोद की जेब
ट्रैक्टर से कुचलकर बिहार के युवक की मौत की सूचना मिलने पर पत्नी परिजनों के साथ शाहजहांपुर आ गए है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : ट्रैक्टर से कुचलकर बिहार के युवक की मौत की सूचना मिलने पर पत्नी परिजनों के साथ शाहजहांपुर आ गए है। पत्नी गिरजा देवी के मुताबिक विनोद की जेब ट्रेन में कट गई थी। जिस वजह से शाहजहांपुर स्टेशन पर ही उतरना पड़ा था। विनोद की राजघाट पुलिस चौकी के गेट पर रविवार को मौत हो गई थी।
बिहार के नवादा जनपद के इसवा थाना क्षेत्र के डुम्मरी गांव निवासी 40 वर्षीय विनोद कुमार की रविवार को राजघाट पुलिस चौकी गेट पर ट्रैक्टर-ट्रॉली से कुचलकर मौत हो गई थी। जेब में मिले मोबाइल के आधार पर परिजनों को पुलिस ने सूचना दी थी। शाहजहांपुर पहुंची विनोद की पत्नी गिरजा देवी ने बताया कि छठ पर्व पर विनोद दिल्ली से घर गए थे। रविवार को वापस दिल्ली जा रहे थे। रास्ते में कहीं उनकी जेब कट गई। रुपये के अलावा टिकट भी उच्च के निकाल ले गए थे। जिस वजह से वह शाहजहांपुर स्टेशन पर उतर गया था। राजघाट पुलिस चौकी के पास कैसे पहुंच गए यह जानकारी नहीं हुई। जिला अस्पताल की मॉचरी में रखा पति का शव देखा तो गिरजा देवी बेहोश होकर गिर पड़ी। -------
बच्चों के साथ पत्नी पहले ही पहुंच गई थी दिल्ली
विनोद दिल्ली में रहकर मजदूरी करता था। पत्नी गिरजा देवी व तीन बच्चे राजू, रवि व आरती भी साथ में रहते थे। छठ पर्व पर विनोद परिवार सहित घर गया था। त्योहार के दो दिन पत्नी बच्चों के साथ दिल्ली वापस चली गई जबकि विनोद किसी काम की वजह से रुक गया था।
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शाहजहांपुर में होगा अंतिम संस्कार
विनोद का अंतिम संस्कार मंगलवार को शाहजहांपुर के मोक्षधाम पर किया जाएगा। गिरजा देवी ने इस बावत अपने ससुराल वालों को भी जानकारी दे दी है। दरअसल शाहजहांपुर से बिहार तक शव पहुंचने में काफी समय लग जाएगा साथ ही प्राइवेट वाहन से खर्च भी करीब 30 हजार रुपये आ रहा था। -------
मोबाइल स्विच ऑफ होने की वजह से नहीं हो पाया संपर्क
गिरजा देवी ने बताया कि रविवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे विनोद ने जेब कटने का पूरा घटनाक्रम बताया था। लेकिन इसके बाद उनका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था। जिस वजह से दोबारा संपर्क नहीं हो पाया। घटना के बाद पुलिस ने मोबाइल चार्ज कर घटना की जानकारी परिजनों को दी।
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जेब कटने की कोई यात्री सूचना लेकर थाने नहीं आया था। यदि कोई थाने आता तो उसकी बात को गंभीरता से सुनकर उसका निस्तारण कराया जाता।
सैयद मोहम्मद असगर, प्रभारी निरीक्षक जीआरपी