कांवेंट के आगे बेसिक की मेहनत भूले अफसर
बेसिक स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सरकार से लेकर प्रशासन तक गंभीर है।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर :
बेसिक स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सरकार से लेकर प्रशासन तक गंभीर है। इसलिए हर जागरूकता कार्यक्रम में बेसिक स्कूल के बच्चों को बढ़चढ़ कर प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित भी किया जाता है। लेकिन जब सार्वजनिक मंच पर बच्चों को प्रोत्साहित करने का मौका आता है तो उसमे अफसर पक्षपात करने से भी बाज नहीं आते है। यहीं रविवार को नगर निगम की ओर से आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण प्रतियोगिता के सम्मान समारोह में हुआ। कांवेंट स्कूल के आगे बेसिक स्कूल के बच्चों की मेहनत को नजर अंदाज कर दिया गया। आयोजकों के इस रवैये पर खुद डीएम अमृत त्रिपाठी ने भी नाराजगी जताई।
नगर निगम प्रशासन ने स्वच्छ सर्वेक्षण प्रतियोगिता कराई। इसमे जिला स्काउट मास्टर निकहत परवीन, जिला गाइड कैप्टन द¨पदर कौर के नेतृत्व में बेसिक स्कूल के बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया। लगातार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर न सिर्फ साफ-सफाई के लिए लोगों को प्रेरित किया बल्कि बच्चों ने एकदम पुलिस के अंदाज में व्यापारियों की दुकान में घुसकर भारी मात्रा में पॉलीथिन एकत्र की। इसके अलावा रविवार को जब जागरूकता रैली निकाली गई तब भी इन बच्चों ने लगभग सात किमी की दूरी तय कर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने में अहम योगदान दिया। गांधी, मोदी समेत महापुरुषों की स्वरूप में बच्चे स्वच्छता का संदेश के साथ शमिल रहे। लेकिन इन्हें सम्मानित करना तो दूर संचालक ने भी इनका नाम लेना तक उचित नहीं समझा। -----------
बेहोश हुआ बच्चा
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सुबह साढ़े बजे बेसिक स्कूल के बच्चे रोटी गोदाम स्कूल में एकत्र हो गए थे। यहां से सीधे बरेली मोड़ पहुंचे। जागरूकता रैली निकालकर तब लगभग दो बजे कार्यक्रम स्थल पर बच्चे पहुंचे तो यहां भी कैबिनेट मंत्री का इंतजार करना पड़ा। इस बीच हैदर नाम का एक छात्र बेहोश भी हो गया था। ----------
वास्तव में चूक हुई है। जिला स्काउट मास्टर निकहत परवीन, जिला गाइड कैप्टन द¨पदर कौर व उनकी टीम को अलग से कार्यक्रम का आयोजन कर सम्मानित किया जाएगा। स्वच्छता का कोई भी सहयोगी हतोत्साहित नहीं होगा, इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा।
अमृत त्रिपाठी, डीएम