रात में जागकर किए इंतजाम, सुबह सड़कों पर उतरे अधिकारी
बारावफात व गुरुनानक जयंती के साथ ही अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर प्रशासन ने शांति व सुरक्षा के लिए अभेद्य किलेबंदी कर दी।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : बारावफात व गुरुनानक जयंती के साथ ही अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर प्रशासन ने शांति व सुरक्षा के लिए अभेद्य किलेबंदी कर दी। डीएम इंद्र विक्रम सिंह, एसपी डा. एच चिनप्पा ने रात में व्यवस्थाओं को अंजाम देने के बाद तड़के से ही मॉनीटरिग शुरू कर दी। नौ बजे दोनों अफसरों ने मंत्रणा की। फैसला आते ही अफसर लाव-लश्कर के साथ सड़क पर आ गए। इस दौरान भीड़ को हटाने के साथ ही वाहनों का आवागमन भी सीमित कर दिया गया। कोतवाली से घंटाघर तक रोडमार्च निकालकर तैयारियों का संदेश दिया। अपराह्न कांट, तिलहर, निगोही का निरीक्षण कर शांति व सुरक्षा की तैयारियों को परखा
एडीएम व एएसपी के जिम्मे रहा महानगर
एडीएम प्रशासन राम सेवक द्विवेदी, एएसपी दिनेश त्रिपाठी सुपर जोनल मजिस्ट्रेट के रूप में महानगर में मुस्तैद रहे। उन्होंने थाना आरसी मिशन, रोजा समेत कैंट, बरेली मोड़ आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
तिलहर- पुवायां में मुस्तैद रहे एडीएम एफआर
एडीएम वित्त एवं राजस्व अमर पाल सिंह ने एएसपी ग्रामीण अर्पणा गौतम के साथ तिलहर व पुवायां की कमान संभाली। सुपर जोनल मजिस्ट्रेट के रूप में क्षेत्रों में शांति व सौहार्द का वातावरण देखकर अधिकारियों ने राहत महसूस की। डीएफओ आदर्श कुमार, सीओ महेंद्र पाल सिंह के साथ जलालाबाद कटरी में घूमे और शांति सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया।
थानों में तैनात रहे 22 सेक्टर मजिस्ट्रेट
बारावफात तथा गुरुनानक जयंती के साथ ही सुप्रीम फैसले को लेकर प्रशासन ने तीन सुपर जोन जिले को 22 सेक्टरों में बांटकर मजिस्ट्रेट तैनात किए। डीएम, एसपी ने सभी की लोकेशन चेक की। इस दौरान समुदाय के लोगों से वार्ता भी की। ---------------------
रात आठ बजे बदली ड्यूटी
डीएम व एसपी ने रात्रिकालीन ड्यूटी के लिए नई टीम को लगाया। सभी को सतर्कता के निर्देश दिए गए। रात आठ बजे सभी अधिकारी व काíमक तैनाती स्थल पर मुस्तैद हो गए। पुलिस लाइन में सोशल मीडिया पर नजर रखने को साइबर सेल को सक्रिय रही।