दिव्यांग बच्चों के लिए स्कूलों में नामित होंगे नोडल टीचर
दिव्यांग बचों के लिए अब प्रत्येक स्कूल में नोडल शिक्षक नामित किए जाएंगे। आगामी व्यवस्था होने तक प्रधानाध्यापक ही नोडल शिक्षक के रूप में दिव्यांग बचों को समावेशी शिक्षा के साथ उनके सर्वांगीण विकास करेंगे।
जेएनएन, शाहजहांपुर : दिव्यांग बच्चों के लिए अब प्रत्येक स्कूल में नोडल शिक्षक नामित किए जाएंगे। आगामी व्यवस्था होने तक प्रधानाध्यापक ही नोडल शिक्षक के रूप में दिव्यांग बच्चों को समावेशी शिक्षा के साथ उनके सर्वांगीण विकास करेंगे। नई व्यवस्था से जनपद के प्राथमिक स्कूल में नामांकित 4327 तथा उच्च प्राथमिक के 1600 दिव्यांग बच्चों के शैक्षिक, मानसिक व शारीरिक विकास को बल मिलेगी।
राज्य परियोजना निदेशक की ओर से लागू की गई व्यवस्था के बाद बीएसए राकेश कुमार ने प्रधानाध्यापकों को पत्र भेजा है। सभी से 13 जुलाई तक दिव्यांग बच्चों का ब्योरा भी मांगा गया है।
इस तरह किया जाएगा दिव्यांग बच्चों का सर्वांगीण विकास
- विद्यालय में क्रियान्वित प्रत्येक शैक्षिक व सांस्कृतिक गतिविधियों में भागीदारी रहेगी।
- निर्धारित चेक लिस्ट के आधार पर अध्ययनरत व आउट ऑफ स्कूल बच्चों की दक्षता, क्रियाशीलता व कार्य कुशलता से संबंधित बाधाओं की स्क्रीनिग की जायेगी।
- आउट ऑफ स्कूल दिव्यांग बच्चों विद्यालय में पंजीकृत, नामांकित कराकर स्पेशल एजूकेटर की मदद से वैयक्तिक शैक्षिक योजना तैयार अन्य बच्चों के साथ शिक्षित, प्रशिक्षित किया जाएगा।
- बच्चों की हेल्थ कंडीशन्स की स्क्रीनिग, रिफरल व उपचार में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की भ्रमण तिथि में बच्चों की उपस्थिति के साथ उनके अभिभावकों को भी सलाह दी जाएगी।
- सभी बच्चों का विवरण यूडायस साफ्टवेयर में फीड होगा। मेडिकल असेसमेन्ट व उपकरण मापन, वितरण कैम्पों मे उपस्थित सुनिश्चित की जाएगी।
-लर्निंग मैटीरियल्स, ब्रेल, बुक्स, लोविजन किट, सहायक उपकरण, एस्कार्ट एलाउन्स व स्टाइपेंड (बालिकाओं के लिए) उपलब्ध कराए जाएंगे।