रैन बसेरा पर ताला, सड़क पर ठिठुर रहे बेसहारा
रैन बसेरा के ताले खोलना उचित नहीं समझा।
जेएनएन, शाहजहांपुर : पारा साढ़े 13 डिग्री तक पहुंच चुका है। जिस वजह से ठंड ठीक-ठाक होने लगी है। लेकिन नगर निगम प्रशासन को शायद अभी तक इसका आभास नहीं हुआ है। जिस वजह से रैन बसेरा के ताले खोलना उचित नहीं समझा। नगर निगम प्रशासन की इस मनमानी का खामियाजा सड़क किनारे रहने वाले बेसहारा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
शहर के टाउनहाल के पास रैन बसेरा बना है। जहां बेसहारा लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। गत वर्ष रैन बसेरा की मरम्मत में भी काफी रुपये खर्च किए गए थे। बेसहारा लोगों को रैन बसेरा तक पहुंचाने के लिए जेई व कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई गई थी। लेकिन यह सिर्फ कागजों तक सीमित रह जाता है। कई बार सड़क किनारे लेटे लोग वाहनों की चपेट में भी आ चुके है।
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रोडवेज व स्टेशन बन रहे सहारा
रैन बसेरा में ताला पड़ा होने की वजह से लोग रोडवेज व रेलवे स्टेशन परिसर में रात गुजारने को मजबूर हो रहे है। चेकिग अभियान के दौरान अक्सर यहां से भी बेसहाराओं को भगा दिया जाता है।