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शाहजहांपुर में ढाई घंटे जाम में तड़पता रहा घायल, सोती रही पुलिस

यातायात माह चल रहा है। गोष्ठियां हो रही हैं। पंपलेट बांटे जा रहे हैं लेकिन जाम में फंस रही जनता से पुलिस को कोई मतलब नहीं है। हालात काफी खराब हैं लेकिन यातायात पुलिस को नजर नहीं आता। जो होमगार्ड तैनात किए जाते है उनसे स्थिति संभलती नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2020 12:06 AM (IST)Updated: Sat, 21 Nov 2020 12:06 AM (IST)
शाहजहांपुर में ढाई घंटे जाम में तड़पता रहा घायल, सोती रही पुलिस
शाहजहांपुर में ढाई घंटे जाम में तड़पता रहा घायल, सोती रही पुलिस

जेएनएन, शाहजहांपुर : यातायात माह चल रहा है। गोष्ठियां हो रही हैं। पंपलेट बांटे जा रहे हैं, लेकिन जाम में फंस रही जनता से पुलिस को कोई मतलब नहीं है। हालात काफी खराब हैं, लेकिन यातायात पुलिस को नजर नहीं आता। जो होमगार्ड तैनात किए जाते है, उनसे स्थिति संभलती नहीं है।

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शुक्रवार दोपहर 12 बजे से मेडिकल कालेज रोड पर अजीजगंज चौकी से लेकर राजघाट चौकी तक करीब ढाई घंटे जाम रहा। गोली से घायल जलालाबाद के लहसुना गांव निवासी राजवीर एंबुलेंस में तड़पता रहा। ट्रकों व प्राइवेट बसों ने स्थिति इतनी गंभीर कर दी कि पैदल निकलना मुश्किल हो गया, पर दोनों चौकियों से सिपाही तो दूर होमगार्ड तक नजर नहीं आया। करीब ढाई बजे अजीजगंज चौकी से सिपाही व होमगार्ड पहुंचे तब जाम खुलवाना शुरू किया। यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के लिए यातायात निरीक्षक की तैनाती की गई है। महिला पुलिसकर्मियों को भी जिम्मा सौंपा गया, लेकिन स्थिति सुधरने की बजाय और खराब हो गई है।

ऐसे जाम में फंसी एंबुलेंस

18 नवंबर को गांव में हुए विवाद में राजवीर के कंधे के पास गोली मार दी गई थी। मेडिकल कॉलेज से उसे लखनऊ ले जाते समय बरेली मोड़ पर जाम लग गया। एक घंटे बाद भी रास्ता न मिला तो किसी तरह एंबुलेंस राजघाट चौकी की ओर मोड़ी, लेकिन उसके बाद स्थिति और गंभीर हो गई।

वर्जन

जाम से निजात दिलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिए गए है। कुछ जगह अतिक्रमण की वजह से समस्या आ रही है। प्लानिग के तहत जल्द निस्तारण कराया जाएगा।

एस आनंद, एसपी

इनकी भी सुनें

पौन घंटे से जाम में फंसे है। जो सवारियां बैठी थीं वह पैदल चली गई, जिससे 50 रुपये का नुकसान हो गया है। पेट्रोल भी अधिक खर्च हो गया।

रमेश, टेंपो चालक

शहर जरूरी काम से आए थे। जाम की वजह से टेंपो से उतरकर पैदल जा रहे। बच्चा साथ में होने की वजह से अधिक परेशान होना पड़ा।

ओमवीर, कांट

जाम की वजह से रोजाना एंबुलेंस से मरीजों को ले जाते समय परेशान होना पड़ता है। रिस्पांस टाइम पर भी असर पड़ता है। इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।

सतीश कुमार, एंबुलेंस चालक

गोली से घायल बेटे को लखनऊ लेकर जा रहे हैं। लेकिन जाम में एंबुलेंस ढाई घंटे से फंसी है। दूसरा वाहन भी नहीं मिल पा रहा है।

सुरेश चंद्र, जलालाबाद


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