खेल-खेल में घायल हुए बालक की इलाज के दौरान मौत
खेल-खेल में घायल हुए एक बालक की इलाज के दौरान मौत हो गई। सूचना पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। साथ ही अफसरों की नजर में अपना नंबर बढ़वाने के लिए बिना तहरीर के ही आरोपित आठ वर्षीय मासूम को तीन घंटे तक थाने में बैठाए रखा। बाद में अधिकारियों की फटकार के बाद उसे घर भेज दिया।
जेएनएन, शाहजहांपुर : खेल-खेल में घायल हुए एक बालक की इलाज के दौरान मौत हो गई। सूचना पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। साथ ही अफसरों की नजर में अपना नंबर बढ़वाने के लिए बिना तहरीर के ही आरोपित आठ वर्षीय मासूम को तीन घंटे तक थाने में बैठाए रखा। बाद में अधिकारियों की फटकार के बाद उसे घर भेज दिया।
सिधौली थानाक्षेत्र के बबौरी गांव निवासी विजय कुमार का तीन वर्षीय बेटा शोहित कुमार एक जुलाई को घर के बाहर खेल रहा था। उसी समय पड़ोस के ही एक आठ वर्षीय बच्चे ने उसे सड़क पर गिरा दिया। जिससे शोहित के सीने में चोट लग गई। एक दिन परिजनों ने गांव में ही उसका उपचार कराया, लेकिन गुरुवार को हालत बिगड़ने पर परिजन मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां शुक्रवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपित मासूम को पकड़कर थाने में बैठा लिया। बेटे की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने बिना किसी तहरीर के ही आठ वर्षीय बालक को थाने बुला लिया। यहां कई घंटे तक उसे बैठाए रखा। बताया जाता है कि बालक के थाने में बैठाए रखने की बात जब अधिकारियों को पता लगी तो इंस्पेक्टर को फटकार लगाई। इसके बाद बालक को घर जाने दिया गया। वहीं थानाध्यक्ष इस मामले को बाद में दबाने में जुट गए।
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सामान्य पूछताछ के लिए बालक को बुलाया गया था। उसे किसी तरह से प्रताड़ित नहीं किया गया है। जल्द उसे घर भेज दिया गया।
एस. आनंद, एसपी