हापुड़ हादसे ने दिए दो और जख्म
जेएनएन, शाहजहांपुर : हापुड़ की अवैध पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से झुलसे दो और युवकों की गुरुवार को मृत्यु हो गई। इसके साथ ही इस हादसे में जिले से मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। जबकि कुल संख्या 15 तक पहुंच गई है।
चार जून को हापुड़ की पटाखा फैक्ट्री में जब आग लगी तब वहां क्षेत्र के गांव गंगा पट्टी चढ़रिया निवासी भोला भी काम कर रहे थे। गंभीर रूप से झुलसे होने पर उन्हें मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार रात भोला की अस्पताल में मृत्यु हो गई। पिता कृष्णपाल ने बताया कि दोपहर बाद शव लेकर गांव के लिए चल दिए हैं। रात तक पहुंच जाएंगे। हादसे में झुलसे भंडेरी गांव के सनोज की भी मृत्यु हो गई है। उनके भाई मनोज भी घायल हैं। मनोज की हालत में सुधार होने पर वह मंगलवार शाम एंबुलेंस से गांव आए थे जबकि सनोज का इलाज चल रहा था। गांव निवासी सुखराम के चार बेटों में सबसे बड़े मनोज व उनसे छोटे सनोज हापुड़ की पटाखा फैक्ट्री में साथ काम करते थे।
खिलौना फैक्ट्री में काम के लिए गया था बेटा
भोला अपने माता-पिता की अकेली संतान थे। 15 दिन पूर्व ही वह पड़ोस के भंडेरी गांव के अन्य साथियों के साथ हापुड़ गए थे। इकलौते बेटे की मृत्यु के बाद पिता व मां का हाल बेहाल है। कृष्णपाल ने बताया कि उन्हे यह नहीं पता था कि बेटा पटाखा फैक्ट्री में काम करने जा रहा है। उन्हें तो प्लास्टिक खिलौना फैक्ट्री में काम करने की जानकारी दी थी। वह भोला को कभी नहीं जाने देते। गुरुवार को कुछ नाते रिश्तेदार गांव पहुंचे। भोला का शव आने का इंतजार है।
ददरौल विधायक मानवेंद्र सिंह ने बताया कि वह शुक्रवार को गांव जाएंगे। मृतक के स्वजन से मिलेंगे। उनकी हरसंभव मदद कराई जाएगी। इस हादसे में जो लोग मरे हैं उनके आश्रितों को शासन से आर्थिक मदद के साथ ही अपने स्तर से भी सहायता उपलब्ध करा रहे हैं।
भंडेरी गांव के सभी मृतक आश्रितो आवासीय पट्टा
हापुड़ की अवैध पटाखा फैक्ट्री में झुलसकर जान गंवाने वाले 12 मृतक आश्रितों के परिवारीजनों को आवासीय पट्टा का लाभ दे दिया गया है। पारिवारिक लाभ योजना, मुख्यमंत्री आवास, पेशन तथा दो लाख की आर्थिक सहायता दिलाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। आगामी सप्ताह तक सभी योजनाओं के लाभ से उपकृत करने की योजना है। एसडीएम सदर सुप्रिया गुप्ता ने भूमि प्रबंध समिति की रिपोर्ट पर सभी मृतक आश्रितों को आवासीय पट्टा प्रदान कर दिया। गांव के अन्य जरूरतमंदों को भी आवासीय पट्टा के लिए कहा गया है। एसडीएम सुप्रिया गुप्ता ने बताया कि जो लोग पन्नी तानकर जीवकोपार्जन कर कर रहे है, उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत लाभान्वित कर छत मुहैया कराई जाएगी। विधवा पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन पारिवारिक लाभ योजना के तहत लाभान्वित किए जाने की भी प्रक्रिया शुरू करा दी गई है।