गंगा ग्राम में लगाओ फलदार पौधे, बरसाएंगे पैसे
जेएनएन, शाहजहांपुर : गंगा किनारे के गांव के किसानों के लिए फलदार पौधे पैसों की बारिश करेंगे। यह सपना नहीं हकीकत है। सरकार ने नमामि गंगे के तहत चयनित गंगा किनारे के तटवर्ती गांवों में औद्यानिक विकास योजना लागू की है। इसके तहत पौधारोषण करने पर प्रत्येक किसान को प्रति हेक्टेयर तीन हजार की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। वह भी तीन साल तक।
योजना के तहत जनपद में विकास खंड मिर्जापुर में ग्राम पंचायत दोषपुर थोक, पैलानी उत्तर विकास खंड कलान में ग्राम पंचायत जहानाबाद खमरिया, मोहनपुर कलुआपुर इत्मादपुर चक हेतमपुर को चयनित किया गया है। कार्यक्रम के तहत जो किसान निर्धारित किस्म के पौधे लगाएंगे उन्हें प्रति हेक्टेयर तीन हजार मासिक की दर से तीन साल तक प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
इन पौधों के रोपण पर मिलेगी धनराशि
उद्यान विभाग ने गंगा ग्राम में फलों के साथ बाढ में कटान रोकने वाले पौधो के रोपण पर जोर दिया है। इसके लिए आम, अमरूद, बेर एवं कागजी नींबू के रोपण का प्रस्ताव है। बाढ़ कटान बचाव में सहायक अमरूद के रोपण पर सर्वाधिक जोर दिया जा रहा है। औद्यानिक विकास योजना के नवीन उद्यान रोपण कार्यक्रम में तीन वर्ष तक किसान सब्जी, मसाला तथा फूलों की खेती कर सकेंगे। इसके लिए उद्यान विभाग के विशेषज्ञ किसानों को तकनीकी मदद भी दी जाएगी।
इस तरह पा सकते योजना का लाभ
उद्यान विभाग ने योजना को लघु पौधशाला नाम भी दिया है। इसके तहत 10 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर 50 प्रतिशत अर्थात अधिकतम 7.50 लाख तक अनुदान सहायता अनुमन्य है। इसके लिए किसानों को डीबीटी डाट यूपीहार्टिकल्चर डाट इन वेबसाइट पर पंजीयन कराना होगा। सिंचाई तथा आवागमन की सुविधा होने पर किसान का चयन कर लिया जाएगा।
नमामि गंगे में चयनित गांवों में हरियाली के साथ कटान रोककर किसानों की खुशहाली का प्रयास है। वृहद वृक्षारोपण के तहत किसान पौधे भी निशुल्क ले सकते है।
डा. राघवेंद्र सिंह, जिला उद्यान अधिकारी